– एनडीए ने ओम बिरला को बनाया प्रत्याशी
– विपक्ष ने के. सुरेश को मैदान में उतारा
– बुधवार को सुबह 11 बजे होगा मतदान
नई दिल्ली। देश में पहली बार लोकसभा अध्यक्ष के लिए चुनाव होने जा रहा है। अब तक सर्वसम्मति से लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने की परंपरा रही है, जो पहली बार टूटने जा रही है।
दोनों पक्षों में एक राय नहीं बनी, तो एनडीए ने ओम बिरला के रूप में अपना प्रत्याशी उतार दिया। वहीं, कांग्रेस ने भी अपने सीनियर एमपी के. सुरेश को विपक्ष का उम्मीदवार बना दिया। अब वोटिंग के जरिए फैसला होगा।
लोकसभा स्पीकर चयन: अब तक की परंपरा
संसदीय परंपरा रही है कि लोकसभा स्पीकर सत्ता पक्ष की ओर से होता है और डिप्टी स्पीकर पद विपक्ष को मिलता है। इस बार भाजपा ने स्पीकर पद के लिए विपक्ष का समर्थन तो मांगा, लेकिन डिप्टी स्पीकर पद का वादा नहीं किया। इसी पर दोनों पक्षों के नेताओं की बयानबाजी भी जारी है।
लोकसभा स्पीकर: इस बार कहां फंसा पेंच
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष स्पीकर पद के लिए सरकार का समर्थन करने को तैयार है, लेकिन बदले में डिप्टी स्पीकर पद विपक्ष को चाहिए।
राहुल गांधी ने बताया कि इस बारे में राजनाथ सिंह जी और मल्लिकार्जुन खरगे जी के बीच बात हुई थी। राजनाथ सिंह जी ने कहा था कि वे चर्चा करके रिटर्न कॉल करेंगे, लेकिन कोई कॉल नहीं आया। राहुल ने इसे अपने नेता का अपमान बताया।
राजनाथ सिंह ने इसका जवाब देते हुए कहा, मल्लिकार्जुन खरगे हमारे वरिष्ठ और सम्मानित नेता हैं। मैंने कल से उनके तीन बात बात की है।
अब आगे क्या होगा
लोकसभा स्पीकर पद पर अब पहली बार चुनाव होगा। मतदान के जरिए फैसला होगा। सरकार के पास बहुमत है, तो कोई परेशानी नहीं होगी।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, इस मुद्दे पर विपक्ष हमारे खिलाफ चुनाव लड़ने जा रहा है। हमारे पास संख्या है, लेकिन विपक्ष जो कर रहा है, वह संसदीय परंपराओं के खिलाफ है। मैं विपक्ष के नेताओं से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने और सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुनने के लिए समर्थन देने का अनुरोध कर रहा हूं।
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा, लोकतंत्र में उन्हें (इंडी गठबंधन) को अपना उम्मीदवार खड़ा करने का अधिकार है, लेकिन हमारे पास स्पष्ट बहुमत है। एनडीए उम्मीदवार अच्छी संख्या में वोटों से जीतेंगे।