नई दिल्ली। नए जलशक्ति मंत्री चंद्रकांत रघुनाथ पाटिल ने केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी मिशन जल जीवन मिशन की समीक्षा के साथ अपने मंत्रालय का कामकाज मंगलवार को संभाल लिया। पाटिल बिना कोई समय गंवाए पहले ही दिन से कामकाज में जुटे और उन्होंने मंत्रालय की प्रमुख य़ोजनाओं पर एक प्रजेंटेशन देखा, जो लगभग डेढ़ घंटे तक चला।
जल जीवन मिशन का लक्ष्य सभी ग्रामीण घरों तक नल के जरिये पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करना है। अब तक इस मिशन के तहत लगभग 15 करोड़ घरों में नल के जरिये पानी उपलब्ध कराया जा चुका है, लेकिन अभी भी लगभग सवा चार करोड़ घरों को इस योजना के दायरे में लाना शेष है। इस मिशन को इस साल पूरा हो जाना है, लेकिन वर्ष की शुरुआत में तेजी के बाद आम चुनाव के कारण पिछले दो-तीन माह से प्रगति धीमी रही है।
चार करोड़ से अधिक घरों तक टैप वाटर उपलब्ध कराना
मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार शेष छह महीने में चार करोड़ से अधिक घरों तक टैप वाटर उपलब्ध कराना मुश्किल है। इस साल राज्यों ने इस मिशन में केवल दस हजार करोड़ रुपये अब तक इस्तेमाल किए हैं, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 70 हजार करोड़ रुपये को पार कर गया था।
सीआर पाटिल ने कार्यभार संभालने के पहले एक्स पर लिखा-देश के जल संसाधनों का संरक्षण और उनमें वृद्धि करना एक पवित्र कार्य है। मैं इस कार्य को पूरी प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ करूंगा। गुजरात भाजपा के प्रमुख पाटिल की ख्याति अपना काम व्यवस्थित तरीके से करने वाले व्यक्ति की है। वह छोटी-छोटी बातों के महत्व को समझते हैं।
अफसरों से कई सवाल पूछे
पहले दिन जलशक्ति मंत्रालय का प्रजेंटेशन देखते समय भी उन्होंने अफसरों से कई सवाल पूछे। वह शहरी कार्य मंत्रालय से संबंधित संसद की स्थायी समिति के सदस्य भी रह चुके हैं। पाटिल ने बाद में इस जिम्मेदारी के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम जल संरक्षण, सफाई और नदियों के प्रबंधन के मामले में नए मानक स्थापित करेंगे। इस दिशा में हम सामूहिक प्रयासों को प्रोत्साहित करेंगे।