यूपी। यूपी के बागपत के सुन्हेड़ा गांव के हेड कांस्टेबल अजय पंवार का कातिल शिक्षक मोहित सोमवार रात को पुलिस के साथ मुठभेड़ में दोनों पैरों में गोली लगने पर घायल हो गया। पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। उसके पास से हत्या में प्रयुक्त तमंचा और कारतूस बरामद कर लिए गए हैं।
सहारनपुर में साइबर सेल में तैनात कांस्टेबल अजय पंवार की उसके ही गांव के सहारनपुर में तैनात प्राइमरी स्कूल के शिक्षक मोहित ने रविवार रात को गोली मारकर हत्या कर दी थी। क्रिकेट मैच के दौरान हुए विवाद के कारण अजय की हत्या की गई थी। वारदात को अंजाम देकर शिक्षक मोहित फरार हो गया था। इसके पीछे पुलिस की चार टीमें लगी हुई थी। एसपी सूरज कुमार राय ने बताया कि पुलिस को सोमवार रात हत्या के आरोपी मोहित के सुन्हैड़ा गांव के जंगल में होने की सूचना मिली। जहां पुलिस पहुंची तो मोहित ने फायरिंग कर दी। वहां पुलिस के साथ मुठभेड़ में हत्यारोपी मोहित के दोनों पैरों में गोली लग गई और वह घायल हो गया। पुलिस ने उसके पास से तमंचा और कारतूस बरामद करके उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। बताया कि वह हत्या करने के बाद वह गांव के आसपास ही छिपा हुआ था।
हत्या होते ही व्हाट्सएप ग्रुप से बाहर निकल गए सभी दोस्त
सुन्हेड़ा गांव के 20-25 युवकों ने एक ग्रुप बना रखा था, जिसमें क्रिकेट मैच से लेकर अन्य जानकारी शेयर की जाती थी। पिछले कई साल से चल रहे व्हाट्सएप ग्रुप में धमकी देने के बाद अजय की हत्या होते ही उनके दोस्त घबरा गए। इसके बाद चंद मिनटों में सभी ग्रुप छोड़कर बाहर निकल गए। उधर, एक युवक ने पुलिस को ग्रुप में हुई गाली-गलौज के स्क्रीन शॉट भी पुलिस को सौंप दिए।
व्हाट्सएप ग्रुप में अजय को दी थी गोली मारने की धमकी
बागपत के सुन्हेड़ा गांव में हेड कांस्टेबल अजय पंवार की हत्या से पहले गांव के व्हाट्सएप ग्रुप में शिक्षक मोहित ने सीधी गोली मारने की धमकी दी थी। मगर अजय ने धमकी को नजरअंदाज कर दिया। अजय को महसूस भी नहीं हुआ कि मोहित उसे अपना दुश्मन मानने लगा और इस तरह गोली मारकर उसकी हत्या कर देगा। उधर, पोस्टमार्टम के बाद हेड कांस्टेबल अजय का गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जहां छह वर्षीय बेटे आरव ने उनको मुखाग्नि दी। सहारनपुर की साइबर सेल में तैनात हेड कांस्टेबल अजय पंवार निवासी सुन्हैड़ा 24 जून को एक माह की छुट्टी लेकर अपने नए मकान में गृह प्रवेश के लिए घर आए थे।