Indore: इंदौर के गांधी हाॅल के दिन अब संवरने वाले है। पांच साल पहले 20 करोड़ खर्च को नई उम्र दी गई, लेकिन देख-रेख के अभाव मेें फिर वह खंडहर में तब्दील होने लगा था। अब नगर निगम इसे पर्यटन विभाग को सौंपने की तैयारी कर रहा है,ताकि वहां वह पर्यटकों को आकर्षित कर सके। वहां एक संग्रहालय व खुला रेस्त्रां बनाने की तैयारी हो रही है। वैसे यह काम तभी हो जाना चाहिए था, जब पांच साल पहले इसका जीर्णोद्धार किया गया था।
वर्ष 2021 में नगर निगम ने इसे निजी एजेंसी को सौंपने की तैयारी की थी, लेकिन राजनीतिक तौर पर हुए विरोध के बाद फैसला बदलना पड़ा। साढ़े तीन साल बाद अब गांधी हाॅल की सुध ली जा रही है। उसे पर्यटन विभाग को सौंपा जाएगा। गांधी हाॅल शहर के मध्य हिस्से में है। होलकरकाल में बनी इस इमारत में पर्यटन की काफी संभावनाएं है। इसका उद्यान भी 20 एकड़ में फैला हुआ है। उसे भी नए सिरे से बनाने की योजना बनी है। फिलहाल नगर निगम इसे आयोजनों के लिए 15 हजार रुपये में किराए पर देता है।
उखड़ गए दरवाजे-खिड़की, पार्किंग में शराबखोरी
गांधी हाल की जीर्णोद्धार पुराने स्वरुप में ही किया गया। छत पर पहले वाटर प्रूफिंग की गई। फिर लकड़ी की सिलिंग को पुराने अंदाज में फिर तैयार किया गया। राजवाड़ा की बड़ी घड़ी को भी बदला गया था, लेकिन देखरेख के अभाव में खिड़की-दरवाजे टूटने लगे थे। चोरी रोकने के लिए जो कैमरे लगाए गए थे। वे कैमरे ही चोरों ने उड़ा दिए। गांधी हाॅल परिसर में एक पार्किंग और छत पर रेस्त्रां की प्लानिंग के हिसाब से निर्माण किया गया था, लेकिन वह हिस्सा असामाजिक तत्वों को अड्डा बन गया था।