PM Modi Speech In Rajyasabha: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण पर बोलते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस समेत विपक्ष के कई नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि राष्ट्रपति ने विस्तार से चर्चा की है, देश को आगे की दिशा भी दिखाई है। राषट्रपति जी का अभिभाषण प्रेरक भी था, प्रभावी भी था और हम सबके लिए भविष्य के काम पर मार्गदर्शक भी था। इसे जिसने जैसा समझा, वैसे समझाया। सबका साथ, सबका विकास पर यहां बहुत कुछ कहा गया. इसमें कठिनाई क्या है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि ये तो हम सबका दायित्व है। जहां तक कांग्रेस का सवाल है, उनसे इसके लिए कोई अपेक्षा करना बहुत बड़ी गलती हो जाएगी। ये उनकी सोच, समझ के बाहर है और रोडमैप में भी सूट नहीं करता। इतना बड़ा दल एक परिवार के लिए समर्पित हो गया है। उसके लिए ये संभव ही नहीं है। कांग्रेस के मॉडल में फैमिली फर्स्ट सर्वोपरि रहा है। देश की जनता ने हमें तीसरी बार लगातार सेवा का मौका दिया। ये बताता है कि देश की जनता ने हमारे विकास के मॉडल को परखा है, समझा है और समर्थन दिया है। हमारा ये मॉडल एक शब्द में कहना हो तो कहूंगा- नेशन फर्स्ट। इसी उम्दा भावना के साथ वाणी-वर्तन, नीतियों में इसी एक बात को मानदंड मानकर सेवा करने का प्रयास किया है।
“मजबूरन कांग्रेस को जय भीम बोलना पड़”
पीएम मोदी ने कहा कि बाबा साहब के प्रति कांग्रेस को कितनी नफरत थी, कितना गुस्सा था, इसके प्रमाण हैं। बाबा साहब को दो-दो बार चुनाव हराने के लिए क्या कुछ नहीं कहा गया। बाबा साहब को कभी भारत रत्न के योग्य नहीं समझा गया। इस देश के लोगों ने बाबा साहब की भावना का आदर किया, सर्व समाज ने किया। तब आज मजबूरन कांग्रेस को जय भीम बोलना पड़ रहा है। उनका मुंह सूख जाता है। ये कांग्रेस भी रंग बदलने में बड़ी माहिर लग रही है। कितनी तेजी से अपना नकाब बदल देते हैं, ये इसमें साफ-साफ नजर आ रहा है। अब कांग्रेस का अध्ययन करेंगे तो इसकी राजनीति जैसे हमारा मूल मंत्र सबका साथ, सबका विकास, वैसे ही उनका रहा दूसरे की लकीर छोटी करना।
इसके कारण उन्होंने सरकारों को अस्थिर किया, किसी भी राजनीतिक दल की सरकार कहीं बनी तो उसे अस्थिर कर दिया। इसी काम में वो लगे रहे। ये जो उन्होंने रास्ता चुना है न, लोकसभा के बाद भी जो उनके साथ थे, वे भी भाग रहे हैं। यही उनकी नीतियों का परिणाम है कि आज कांग्रेस का ये हाल हो गया है। देश की सबसे पुरानी पार्टी, आजादी के आंदोलन से जुड़ी पार्टी, इतनी दुर्दशा। अगर वे अपनी लकीर लंबी करने में मेहनत करने न तो इतनी दुर्दशा नहीं होती। बिना मांगे सलाह देता हूं, अपनी लकीर लंबा करने में मेहनत करेंगे तो देश कभी न कभी 10 मीटर दूर यहां आने का अवसर देगा।
देवानंद का पीएम ने किया जिक्र
पीएम मोदी ने कहा कि नेहरू जी प्रधानमंत्री थे, पहली सरकार थी और मुंबई में मजदूरों की एक हड़ताल हुई। उसमें मजरूह सुल्तानपुरी ने एक कविता गाई थी, कॉमनवेल्थ का दास है, इसके जुर्म में नेहरू जी ने उन्हें जेल भेज दिया। बलराज साहनी एक जुलूस में शामिल हुए थे, उन्हें जेल में बंद कर दिया गया था। लता मंगेशकर के भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने वीर सावरकर पर एक कविता आकाशवाणी पर प्रसारित करने की योजना बनाई, उन्हें आकाशवाणी से बाहर कर दिया गया। देश ने इमरजेंसी का दौर भी देखा है. देवानंद ने इमरजेंसी को सपोर्ट नहीं किया तो उनकी फिल्में बैन करा दीं।