हमास। हमास के साथ युद्ध शुरू होने के बाद से इस्राइल ने वेस्ट बैंक के शहरों और कस्बों में करीब एक हजार अवरोधक (बैरियर) खड़े कर दिए हैं। इसने फलस्तीनियों की आवाजाही और रोजमर्रा की जिंदगी को और मुश्किल बना दिया है। स्थानीय सरकारी निकाय ने बताया। एक स्थानीय सरकारी निकाय ने यह जानकारी दी।
इस्राइली सेना ने 1967 के पश्चिम एशिया युद्ध के बाद से वेस्ट बैंक में लोगों की आवाजाही और पहुंच पर नियंत्रण लगाया हुआ था। लेकिन स्थानीय लोगों ने बताया कि हाल में लगाए गए नए अवरोधकों की संख्या पहली बार इतनी ज्यादा है। फलस्तीनी सरकारी संस्था ‘वॉल एंड सेटलमेंट रेसिस्टेंस कमीशन’ के अनुसार, सात अक्तूबर 2023 को हमास के नेतृत्व वाले हमले के बाद से 916 गेट, बैरियर और दीवारें बनाई गई हैं।वेस्ट बैंक में इस्राइली सेना की छापेमारी बढ़ गई है, जिनमें कई फलस्तीनी मारे गए या गिरफ्तार किए गए। इस्राइल कहता है कि उसका मकसद चरमपंथ को खत्म करना है। नए बैरियर में धातु के गेट शामिल हैं, जो कई गांवों और शहरों के प्रवेश द्वाकर पर और शहरों के बीच लगाए गए हैं। ये गेट लोगों की आवाजाही को रोकते हैं। कभी-कभी इन गेटों पर इस्राइली सेना भी तैनात रहती है।
सितंबर के पहले दो हफ्तों में 18 नए गेट लगाए गए: संयुक्त राष्ट्र
फलस्तीनियों का कहना है कि ये गेट असमय खुलते और बंद होते हैं। कुछ गेट तो कई दिनों तक बंद रहते हैं। लोग कभी-कभी दोस्तों या रिश्तेदारों के घर सोने चले जाते हैं या पैदल गेट के चारों ओर घूमकर अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं। संयुक्त राष्ट्र ने बताया कि सितंबर के पहले दो हफ्तों में वेस्ट बैंक में 18 नए गेट लगाए गए। इसके अलावा बड़े मिट्टी के ढेर और कंक्रीट के बैरियर भी हैं, जो फलस्तीनियों की आवाजाही और स्वास्थ्य व शिक्षा तक पहुंच को रोकते हैं। ये बैरियर सड़कों के बीच में लगाई गई हैं, जिससे कारें इनके चारों ओर नहीं जा पातीं।
नए गेटों में से कुछ उत्तरी और दक्षिणी वेस्ट बैंक को जोड़ने वाली सड़कों को भी बंद कर देते हैं, जिससे यहां के तीस लाख फलस्तीनियों को लंबा चक्कर लगाना पड़ता है। अब वह यात्रा जो पहले 20 मिनट में पूरी होती थी, वह अब एक घंटे से अधिक समय ले रही है।

