मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में ऑपरेशन सिंदूर को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। इसी क्रम में भारतीय सेना के अदम्य पराक्रम को नमन करते हुए मातृ शक्ति महिला समन्वय के नेतृत्व में भारत भक्ति यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं। हाथों में तिरंगा लिए, राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत यह यात्रा तात्याटोपे समाधि स्थल से शुरू होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई माधव चौक चौराहे पर पहुंची।
दो पूर्व सैनिकों का किया सम्मान
शिवपुरी के कत्था मिल के पास रहने वाले रामगोपाल सिंह तोमर ने 1962, 1965 और 1971 के युद्धों में भाग लिया था। वे कर्नल सोफिया की जिस सिग्नल रेजीमेंट से हैं, उसी रेजीमेंट से सूबेदार मेजर के पद से सेवानिवृत्त हुए। 1971 के युद्ध में उन्हें वीर चक्र और शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा, गोविंद बल्लभ श्रीवास्तव, रिटायर्ड आर्मी कैप्टन, ने भी 1971 के युद्ध में भाग लिया था। दोनों ही सम्माननीय पूर्व सैनिकों का गरिमामय सम्मान किया गया।
शिवपुरी के कत्था मिल के पास रहने वाले रामगोपाल सिंह तोमर ने 1962, 1965 और 1971 के युद्धों में भाग लिया था। वे कर्नल सोफिया की जिस सिग्नल रेजीमेंट से हैं, उसी रेजीमेंट से सूबेदार मेजर के पद से सेवानिवृत्त हुए। 1971 के युद्ध में उन्हें वीर चक्र और शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा, गोविंद बल्लभ श्रीवास्तव, रिटायर्ड आर्मी कैप्टन, ने भी 1971 के युद्ध में भाग लिया था। दोनों ही सम्माननीय पूर्व सैनिकों का गरिमामय सम्मान किया गया।
आईटीबीपी की महिला जवानों ने भी लिया भाग
तिरंगा यात्रा में बालिकाओं ने घोष वादन की सुंदर प्रस्तुति दी। मंगलम वात्सल्य गृह के बच्चों ने आकर्षक झांकी प्रस्तुत की। भारत माता की झांकी, देशभक्ति गीतों वाले डीजे और बालिकाओं के करतबों ने पूरे मार्ग को देशभक्ति से सराबोर कर दिया। यात्रा में आईटीबीपी की महिला जवानों और शहर की सैकड़ों महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। महिलाओं ने कहा कि वे ऑपरेशन सिंदूर को पूरा समर्थन देती हैं। हम सेना के साथ हैं। हमारी भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तान को जिस ढंग से जवाब दिया है, वह गर्व का विषय है और हम उनके पराक्रम को नमन करते हैं।
तिरंगा यात्रा में बालिकाओं ने घोष वादन की सुंदर प्रस्तुति दी। मंगलम वात्सल्य गृह के बच्चों ने आकर्षक झांकी प्रस्तुत की। भारत माता की झांकी, देशभक्ति गीतों वाले डीजे और बालिकाओं के करतबों ने पूरे मार्ग को देशभक्ति से सराबोर कर दिया। यात्रा में आईटीबीपी की महिला जवानों और शहर की सैकड़ों महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। महिलाओं ने कहा कि वे ऑपरेशन सिंदूर को पूरा समर्थन देती हैं। हम सेना के साथ हैं। हमारी भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तान को जिस ढंग से जवाब दिया है, वह गर्व का विषय है और हम उनके पराक्रम को नमन करते हैं।
भारत माता की आरती की
हाथों में तिरंगा और “भारत माता की जय”, “वंदे मातरम्”, “जय हिंद” जैसे उद्घोष लिखी पट्टिकाएं लिए महिलाओं ने आमजन में देशभक्ति का जोश भर दिया। यात्रा राजेश्वरी मंदिर से प्रारंभ होकर गुरुद्वारा होते हुए माधव चौक चौराहे पर संपन्न हुई, जहां जगह-जगह पुष्पवर्षा कर यात्रियों का स्वागत किया गया। समापन पर संघ पदाधिकारियों की उपस्थिति में भारत माता की आरती की गई। बालिकाओं ने शस्त्रों के करतब दिखाए, जो दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। इस अवसर पर आईटीबीपी की महिला जवानों और भूतपूर्व सैनिकों का सम्मान भी किया गया, जिससे आयोजन गौरवपूर्ण बन गया।
हाथों में तिरंगा और “भारत माता की जय”, “वंदे मातरम्”, “जय हिंद” जैसे उद्घोष लिखी पट्टिकाएं लिए महिलाओं ने आमजन में देशभक्ति का जोश भर दिया। यात्रा राजेश्वरी मंदिर से प्रारंभ होकर गुरुद्वारा होते हुए माधव चौक चौराहे पर संपन्न हुई, जहां जगह-जगह पुष्पवर्षा कर यात्रियों का स्वागत किया गया। समापन पर संघ पदाधिकारियों की उपस्थिति में भारत माता की आरती की गई। बालिकाओं ने शस्त्रों के करतब दिखाए, जो दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। इस अवसर पर आईटीबीपी की महिला जवानों और भूतपूर्व सैनिकों का सम्मान भी किया गया, जिससे आयोजन गौरवपूर्ण बन गया।