नई दिल्ली: भारत सरकार ने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत एक पाकिस्तानी अधिकारी को भारत में अपने आधिकारिक दर्जे के विरूप गतिविधियों में शामिल होने के कारण अवांछित व्यक्ति घोषित कर दिया है। अधिकारी को 24 घंटे के भीतर भारत छोड़ने के लिए कहा गया है।
इन दिनों भारत और पाकिस्तान के रिश्ते काफी तनावपूर्व है। इसी बीच बुधवार को भारत सरकार ने पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारी चार्ज डी’अफेयर को तलब कर एक डिमार्शे (कूटनीतिक विरोध पत्र) सौंपा गया। जिसमें कहा गया है कि भारत में तैनात में कोई भी पाकिस्तानी राजनयिक या अधिकारी अपने विशेषधिकारों और दर्ज का दुरुपयोग न करे। आपको बता दें कि 13 मई 2025 को भारत सरकार ने उसे जासूसी के आरोप में “पर्सोना नॉन ग्राटा” घोषित कर देश से निष्कासित कर दिया। साथ ही उन्हें तुरंत चले जाने को कहा गया। यह कूटनीतिक स्तर पर बेहद सख्त और गंभीर प्रतिक्रिया मानी जाती है।
भारत ने पाकिस्तान और POK में चलाया सिंदूर
आपको बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले में आतंकवादियों ने 26 लोगों को मार दिया था। जिसके जबाव में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK)में आतंकवादी के बुनियादी ढांचे को बर्बाद कर दिया गया। इस ऑपरेशन में भारत ने जैश, लश्कर और हिजबुल से जुड़े 9 आतंकी ठिकानों को एयरस्ट्राइक में नेस्तनाबूद कर दिया, जिसमें कम से कम 100 आतंकी मारे गए।