चीन। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की बैठक चीन के तियानजिन में हो रही है। एससीओ के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों में भारत से डॉ जयशंकर, रूस से लावारोव समेत कई दिग्गज पहुंचे हैं। चीनी विदेश मंत्रालय ने बताया कि बैठक के दौरान देश के विदेश मंत्री वांग यी ने सभी सदस्य देशों के समक्ष पांच अहम सुझाव पेश किए। इसका मकसद भविष्य की यात्रा को लेकर रूपरेखा तैयार कहना है। वांग ने सदस्य देशों से ‘शंघाई भावना’ को आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने संगठन के बीच सामंजस्य, एससीओ की कार्रवाई और अपील को बढ़ावा देने का आह्वान भी किया।
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा, हम सभी को अच्छा काम कर सफलता हासिल करने के प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि एससीओ को आपसी सम्मान, निष्पक्षता, न्याय का ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने Win-Win मॉडल के तहत सहयोग का मॉडल बनाने की बात भी कही। वांग ने कहा कि हमें सुरक्षा की जिम्मेदारी साझा कर एक ठोस आधार भी रखना चाहिए।
वांग यी ने अपने तीसरे सुझाव को रेखांकित कर कहा, पारस्परिक लाभ और जीत के परिणाम विकास इंजन को चलाते हैं। उन्होंने अपने चौथे सुझाव में मैत्रीपूर्ण पड़ोसी बनने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि हम दोस्ताना रवैया अपनाकर अच्छे पड़ोसी बनें और एक साथ एक सुंदर घर बनाएं। पांचवें और अंतिम सुझाव में चीनी विदेश मंत्री ने कहा, ‘हमें सही रास्ते पर चलना चाहिए और निष्पक्षता और न्याय की रक्षा करनी चाहिए।’
चीनी विदेश मंत्री ने कहा, वर्तमान में, सदियों पुराने परिवर्तनों की गति तेज हो चुकी है। अशांति और परिवर्तन आपस में न केवल गुंथे हुए हैं, बल्कि इसकी आवाज भी स्पष्ट सुनी जा सकती है। दुनिया अधिक बहुध्रुवीय होती जा रही है।
वैश्विक दक्षिण का उल्लेखनीय विकास…
वांग यी के मुताबिक अब दुनियाभर में आर्थिक वैश्वीकरण गहरा होता जा रहा है, वैश्विक दक्षिण का उल्लेखनीय विकास हो रहा है। साथ ही, आधिपत्य और शक्ति प्रवृत्ति के विरुद्ध जा रहे हैं, संरक्षणवाद बढ़ रहा है, एक के बाद एक कई क्षेत्रीय संघर्ष उभर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में नई स्थिति को देखते हुए, SCO सदस्य देशों को इतिहास और भविष्य के प्रति एक जिम्मेदाराना रवैया अपनाते हुए एससीओ को मजबूत करने और अधिक आम सहमति बनानी चाहिए।