(महेंद्र कुमार सिंह)
देहरादून। उत्तराखंड के पारंपरिक पर्व हरेला के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोरखा मिलिट्री इंटर कॉलेज परिसर में आयोजित राज्य स्तरीय पौधरोपण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने रुद्राक्ष का पौधा रोपकर प्रदेशवासियों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम की थीम थी “हरेला मनाओ, धरती माँ का ऋण चुकाओ”। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हरेला केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि उत्तराखंड की संस्कृति और पर्यावरण चेतना का प्रतीक है। इस बार प्रदेशभर में लगभग 5 लाख पौधे रोपने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह अभियान केवल पौधरोपण तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि लगाए गए पौधों की नियमित देखभाल भी सुनिश्चित की जाएगी ताकि वे वृक्ष बन सकें। मुख्यमंत्री ने बताया कि वन विभाग के हर डिवीजन में 50 प्रतिशत फलदार पौधे लगाए जा रहे हैं। इस अभियान में स्वयंसेवी संगठनों, छात्र-छात्राओं, महिला समूहों और पंचायतों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘पंचामृत संकल्प’, ‘नेट ज़ीरो इमिशन’, ‘लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट’ और ‘एक पेड़ माँ के नाम’ जैसी पर्यावरणीय पहलों का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तराखंड सरकार भी इन्हीं सिद्धांतों पर काम कर रही है। इस वर्ष भारतभर में 108 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। राज्य में पर्यावरण संरक्षण के लिए ‘स्प्रिंग एंड रिवर रिजुविनेशन अथॉरिटी (SARRA)’ का गठन किया गया है, जिसके अंतर्गत 6,500 से अधिक जल स्रोतों का संरक्षण और 3.12 मिलियन घन मीटर वर्षा जल का संचयन किया गया है। सिंगल यूज प्लास्टिक पर भी राज्य में पूर्ण प्रतिबंध लगाया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने सभी नागरिकों से आह्वान किया कि वे अपने जीवन के हर महत्वपूर्ण अवसर पर एक पौधा अवश्य लगाएं। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि हरेला उत्तराखंड की परंपरा और प्रकृति प्रेम का प्रतीक है। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि प्रदेश के 2,389 स्थानों पर हरेला पर्व मनाया जा रहा है और पिछले तीन वर्षों में लगाए गए पौधों का सर्वाइवल रेट 80% से अधिक रहा है। उन्होंने गिरते जल स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए पौधरोपण को जरूरी बताया। कार्यक्रम में विधायक श्रीमती सविता कपूर, खजान दास, मेयर सौरभ थपलियाल, मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ, प्रमुख वन संरक्षक समीर सिन्हा सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।