चंडीगढ़। पंजाब में बॉर्डर पार से ड्रोन के जरिये नशीला पदार्थ और हथियारों को भेजना बदस्तूर जारी है। पाकिस्तान की सीमा से लगते गांवों के युवा इस तस्करी मॉड्यूल से काफी संख्या में जुड़ भी रहे है, जिससे पाकिस्तान में बैठे आतंकियों की यह चाल कामयाब भी हो रही है। इसके पीछे का कारण है पाकिस्तान से भेजे जाने वाला स्पेशल गिफ्ट। यह स्पेशल गिफ्ट एक पिस्तौल है जो तस्करी में जुड़े युवाओं के लिए बिलकुल मुफ्त है ताकि वे उनके धंधे को फैलाने में जी-जान से काम कर सकें। इन पिस्तौल पर स्पेशल गिफ्ट लिखा हुआ है। ऐसी कई पिस्तौल पिछले दिनों बीएसएफ ने बरामद की हैं जो हथियारों की खेप के साथ पाकिस्तान से ड्रोन के जरिये भेजी गई थीं। बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि इस तरह के तोहफे पाकिस्तान की ओर से नशा तस्करों को झांसे में रखने के लिए भेजे जा रहे हैं ताकि यहां उनका नेटवर्क मजबूत रहे।
नशे के साथ हथियारों की यह सप्लाई पंजाब समेत अन्य राज्यों में दहशतगर्दी फैलाने के मंसूबे से की जाती है। अभी तक पाकिस्तान से चीन निर्मित पिस्तौलें काफी संख्या में भेजी जा रही थीं। पिछले कुछ समय से ऑस्ट्रिया, स्विजरलैंड, स्पेन, रूस और तुर्किये निर्मित हथियारों की सप्लाई व डिमांड बढ़ी है। ये सभी हथियार 9 एमए और .30 कैलिबर के हैं।
अन्य राज्यों में बेचते हैं हथियार
इन हथियानों को न केवल नशा तस्कर खुद अपने पास रखते हैं बल्कि पंजाब समेत अन्य राज्यों में सक्रिय गैंगस्टरों को भी सप्लाई करते हैं। पिछले दिनों पाकिस्तान से पकड़ी गईं विभिन्न पिस्तौलों में रोलेक्स, पीएक्स-5 स्ट्रॉम, जिगाना-एफ, ग्लॉक 43-9 एमएम, स्टार मॉडल-81 इत्यादि शामिल हैं। सूत्र बताते हैं कि ऑस्ट्रिया निर्मित ग्लॉक 43-9 एमएम और तुर्किये की जिगाना-एफ की मांग गैंगस्टरों में इन दिनों सबसे ज्यादा है। सीमा क्षेत्रों के अलावा पाकिस्तान इन पिस्तौलों को नेपाल के जरिये भी भारत में भेज रहा है। इस काम के लिए यहां स्थानीय बदमाशों के गिरोह सक्रिय हैं।
रिंदा चला रहा अवैध हथियार तस्करी का मॉड्यूल
पंजाब पुलिस का दावा है कि पाकिस्तान में बैठा हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा अवैध हथियार तस्करी का माॅड्यूल ऑपरेट कर रहा है। रिंदा को बब्बर खालसा इंटरनेशनल और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का समर्थन प्राप्त है। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने पिछले दिनों खुफिया जानकारी के आधार पर गुरदासपुर के जंगलात इलाके से दो एके-47 राइफलें, 16 कारतूस, दो मैगजीन और दो पी-86 हैंड ग्रेनेड बरामद किए थे। टास्क फोर्स की जांच में खुलासा हुआ है कि ये खेप आईएसआई व रिंदा द्वारा पंजाब में कई जगहों पर हमला करने के इरादे से भेजी थी। इस मामले की जांच अभी जारी है।