सीलमपुर। सीलमपुर इलाके में हाशिम बाबा गैंग के बदमाश पर ताबड़तोड़ गोलीबारी कर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान मिस्बाह (22) के रूप में हुई है। मिस्बाह पर हमलावरों ने दो दर्जन से अधिक गोली चलाई, जिसमें से करीब 15 गोली उसे लगी।
पुलिस के मुताबिक, हाशिम बाबा गैंग से तालुक रखने वाले मिस्बाह पर हत्या, हत्या के प्रयास समेत कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस ने इस हत्या के आरोप में गैंगस्टर प्रिंस काजी और अब्दुल्ला को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों पर हसीब बाबा गैंग से जुड़े मिस्बाह की हत्या का आरोप है। एक को स्पेशल सेल ने और दूसरे को स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपायुक्त आशीष मिश्रा ने बताया कि बृहस्पतिवार देर रात करीब 10.40 बजे सीलमपुर थाना पुलिस को सीलमपुर स्थित जामा मस्जिद के पास गोलीबारी की सूचना मिली। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस के साथ आला पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने देखा कि मौके पर खड़ी एक कार के पास युवक लहूलुहान हालत में पड़ा है। पुलिस घायल युवक को तुरंत पास के जग प्रवेश अस्पताल लेकर गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने क्राइम और फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया। टीम ने मौके से कई साक्ष्य हासिल किए।
जांच में पता चला कि वह जुलाई माह में जेल से बाहर आया था। बृहस्पतिवार रात वह के ब्लॉक सीलमपुर में कॉफी पीने के लिए कार से आया था। इसी दौरान बाइक पर सवार होकर आए बदमाशों ने उस पर ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दी। मिस्बाह ने अपनी जान बचाने के लिए कार की आड़ में आने की कोशिश की लेकिन हमलावरों ने उसके पास आकर ताबड़तोड़ गोली चलाकर उसे छलनी कर दिया। मिस्बाह के हाशिम बाबा गैंग से तालुक रखने से पुलिस इसे गैंगवार मान रही है और विरोधी छेनू गैंग के बदमाशों की पहचान करने में जुट गई थी। मिस्बाह पर दर्ज सात मामलों का पता चला है, जिसमें हत्या, हत्या का प्रयास लूटपाट और शस्त्र अधिनियम के मामले शामिल हैं।
पहले छेनू गैंग के लिए करता था काम
शुरुआती जांच में पता चला है कि मिस्बाह पहले छेनू गैंग के लिए काम करता था। छेनू के करीबी रिश्तेदार मुमताज के भतीजे शब्बू के साथ मिलकर कई बड़ी वारदात को अंजाम दे चुका था। उसने शब्बू के साथ मिलकर वर्ष 2023 वेलकम में हाशिम बाबा गैंग के दो सदस्यों की हत्या कर दी थी। जेल जाने के बाद मिस्बाह और शब्बू हाशिम बाबा गैंग से जुड़ गए।

