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सारण सीट से रोहिणी आचार्य और राजीव प्रताप रूडी के बीच मुकाबला।
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आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव पहली बार इसी सीट से चुनाव जीते थे।
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राबड़ी देवी भी इस सीट से लड़ चुकी हैं चुनाव।
सारण। बिहार की सारण लोकसभा सीट पर सबकी नजरे हैं। ये सीट इसलिए खास है क्योंकि लालू प्रसाद यादव ने अपनी बेटी रोहिणी आचार्य को इस सीट से उतारा है। रोहिणी का यह राजनीतिक डेब्यू है। वहीं, राजद अध्यक्ष भी पहली बार यहीं से सांसद चुने गए थे। लालू की बेटी रोहिणी के सामने भाजपा के मौजूदा सांसद राजीव प्रताप रूडी हैं। चुनाव आयोग के अनुसार, इस सीट पर 17 लाख 95 हजार 10 मतदाता हैं। जिनमें से 10,18,366 ने वोट किया। इस बार 56.75 फीसदी वोटिंग हुई है।
राजीव प्रताप रूडी बनाम रोहिणी आचार्य
पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी का मुकाबला लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य से है। आरजेडी ने इस सीट से रोहिणी को उम्मीदवार बनाया है। जबकि बीजेपी ने दो बार से सांसद प्रताप पर भरोसा दिखाया है। सारण जिले ने राज्य को छह मुख्यमंत्री दिए हैं। 1977 तक इस सीट पर कांग्रेस का वर्चस्व था, लेकिन लालू परिवार ने कांग्रेस का दबदबे को समाप्त कर दिया।
लालू यादव ने जीता था पहला चुनाव
परिसीमन आयोग के गठन के बाद ये क्षेत्र 2008 में अस्तित्व में आया। परिसीमन से पहले यह क्षेत्र छपरा लोकसभा सीट में आता था। 2009 में इस सीट पर पहली बार लोकसभा चुनाव हुए थे। पहले इलेक्शन में लालू प्रसाद यादव ने अपना भाग्य आजमाया था। उनके सामने बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी थे। लालू ने 50 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की थी।
लालू परिवार की प्रतिष्ठा दांव पर लगी
चारा घोटाले में दोषी ठहराए जाने के बाद लालू यादव पर चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगा दी गई। इसके बाद आरजेडी के हाथ से यह सीट फिसल गई। 2014 के चुनाव ने लालू की पत्नी राबड़ी देवी यहां से उतरी थी, लेकिन राजीव प्रताप ने उन्हें हरा दिया। उन्होंने 2019 में भी जीत का सिलसिला जारी रखा और आरजेडी के चंद्रिया राय को शिकस्त दी। चंद्रिका तेज प्रताप यादव के ससुर हैं। एक बार फिर लालू परिवार से ही किसी सदस्य को टिकट मिला है।