– अधिकांश छात्र, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, मेघालय और उत्तर प्रदेश के रहने वाले।
– भारतीय उच्चायोग अपने नागरिकों और छात्रों की सुरक्षा प्रदान करने को प्रतिबद्ध।
– 778 भारतीय छात्र सड़क और करीब 200 छात्र हवाई मार्ग से पहुंचे अपने वतन।
नई दिल्ली। बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ हिंसा भड़कने के बाद करीब एक हजार भारतीय छात्र स्वदेश लौट चुके हैं। इनमें से अधिकांश उत्तर प्रदेश, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और मेघालय के रहने वाले हैं। अभी भी चार हजार से अधिक भारतीय छात्र बांग्लादेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में फंसे हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा- लगातार संपर्क
विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग भारतीय नागरिकों और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संबद्ध अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं। मंत्रालय ने कहा कि अब तक 778 भारतीय छात्र विभिन्न सड़क मार्गों के जरिए भारत लौटे हैं। इसके अलावा, लगभग 200 छात्र ढाका और चटगांव हवाई अड्डों के जरिए नियमित फ्लाइटों के जरिए वतन लौट चुके हैं।
बांग्लादेश में कुल 15 हजार भारतीय
बांग्लादेश में प्रदर्शनकारी छात्र मांग कर रहे हैं कि शेख हसीना सरकार विवादास्पद नौकरी-कोटा प्रणाली को खत्म करे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को कहा कि बांग्लादेश में भारतीय नागरिकों की कुल संख्या लगभग 15,000 होने का अनुमान है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि ढाका में भारतीय उच्चायोग और चटगांव, राजशाही, सिलहट और खुलना में सहायक उच्चायोग भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी में सहायता कर रहे हैं।
बयान में कहा गया है कि स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय कर भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा तक सुरक्षित यात्रा की सुविधा प्रदान करने के लिए उच्चायोग और सहायक उच्चायोगों द्वारा आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। मंत्रालय अपने नागरिकों की सुगम और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सिविल एविएशन, इमिग्रेशन और बीएसएफ अधिकारियों के साथ समन्वय बनाए हुए है।
नेपाल और भूटान के छात्र भी लौटे
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय उच्चायोग और सहायक उच्चायोग बांग्लादेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में पढ़ाई कर रहे 4,000 से अधिक छात्रों के साथ नियमित संपर्क में हैं और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान कर रहे हैं। नेपाल और भूटान के छात्रों को भी अनुरोध पर भारत में प्रवेश करने में सहायता की गई है।
निर्बाध फ्लाइट के संचालन पर फोकस
मंत्रालय ने कहा कि ढाका में उच्चायोग बांग्लादेश के नागर विमानन अधिकारियों और वाणिज्यिक एयरलाइनों के साथ समन्वय कर रहा है ताकि ढाका और चटगांव से भारत के लिए निर्बाध फ्लाइटें सुनिश्चित की जा सकें, जिनका उपयोग हमारे नागरिक स्वदेश लौटने के लिए कर सकते हैं।