Sambhal Latest News: उत्तर प्रदेश के संभल में बीते दिनों हुई हिंसा के बाद प्रशासन सख्त नजर आ रहा है। शहर शांति व्यवस्था कायम करने के लिए कई जगहों पर बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात हैं। तनावग्रस्त क्षेत्र में ऐतिहातन किसी भी पार्टी के नेताओं के जाने पर पाबंदी लगाई गई है। इस बीच समाजवादी पार्टी के विधानसभा नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने शनिवार को सपा के 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को लेकर संभल जाने का ऐलान किया था। ताजा जानकारी के अनुसार, जिला प्रशासन ने उन्हें संभल जाने की अनुमति नहीं दी है।
शनिवार को माता प्रसाद पांडे के लखनऊ स्थित आवास के बाहर भारी पुलिसबल को तैनात किया गया है। इस बाबत माता प्रसाद पांडे ने कहा, “संभल डीएम ने मुझे फोन किया और वहां न आने को कहा। मैं पार्टी कार्यालय जाऊंगा और तय करूंगा कि आगे क्या करना है। हम किसी को उकसाते नहीं हैं। उन्हें मुझे नोटिस देना चाहिए था, लेकिन बिना किसी नोटिस के उन्होंने मेरे आवास के बाहर पुलिस तैनात कर दी।”
“सरकार जानबूझ कर रोक रही”
माता प्रसाद पांडे ने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “प्रशासन को नियमों के मुताबिक मुझे नोटिस देना चाहिए था कि मैं वहां नहीं जा सकता, लेकिन कोई लिखित नोटिस नहीं दिया गया और पुलिस तैनात कर दी गई। न्याय आयोग वहां जा रहा है, मीडिया के लोग वहां जा रहे हैं, क्या होगा अगर हम वहां जाएंगे? ये सरकार अपने सारे काम छिपाने के लिए जानबूझ कर हमें रोक रही है।”
सपा ने पुलिस पर लगाया था आरोप
गौरतलब है कि संभल हिंसा के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पुलिस को जिम्मेदार ठहराया था। हिंसा ने जिन 5 युवकों की जान गई थी, उसके लिए भी सपा नेताओं ने पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा था। अखिलेश यादव ने एक्स पर अपने एक पोस्ट में लिखा था, “सर्वे के नाम पर तनाव फैलाने की साज़िश का ‘सर्वोच्च न्यायालय’ तुरंत संज्ञान ले और जो अपने साथ सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के उद्देश्य से नारेबाज़ों को ले गये, उनके ख़िलाफ़ शांति और सौहार्द बिगाड़ने का मुक़दमा दर्ज हो और उनके ख़िलाफ़ ‘बार एसोसिएशन’ भी अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई करे। उप्र शासन-प्रशासन से न कोई उम्मीद थी, न है।”