Sambhal Violence: समाजवादी पार्टी (सपा) के एक डेलीगेशन ने संभल हिंसा के पीड़ित परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये के चेक दिए हैं। यह डेलीगेशन विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद के नेतृत्व में संभल गया था। यहां उन्होंने गेस्ट हाउस में पीड़ित परिवारों से मुलाकात की।
माता प्रसाद पांडे ने कहा, “हम पहले यहां आना चाहते थे, लेकिन हमें आने की अनुमति नहीं दी गई।” उन्होंने हिंसा में मारे गए पांच लोगों की मौत का जिम्मेदार पुलिस को ठहराया और आरोप लगाया कि इन लोगों को पुलिस की गोली से मारा गया।इसके अलावा, सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क के खिलाफ पुलिस ने एक गलत केस दर्ज किया है। इस पर माता प्रसाद ने कहा, “जो मुकदमे सांसद जिया उर रहमान पर दर्ज किए गए हैं, वे पूरी तरह से गलत हैं।”
संभल हिंसा की जांच और गिरफ्तारियां जारी
संभल में 24नवंबर को हुई हिंसा के बाद सपा ने हिंसा में मारे गए पांच लोगों के परिवारों को सहायता देने का वादा किया था। लेकिन जब सपा डेलीगेशन माता प्रसाद पांडे के नेतृत्व में संभल जाने की कोशिश कर रहा था, तब उन्हें लखनऊ में ही रोक दिया गया था।
संभल में यह हिंसा उस समय भड़की थी, जब शाही जामा मस्जिद में एक याचिका पर अदालत के आदेश के बाद सर्वेक्षण किया जा रहा था। इसमें दावा किया गया था कि वहां पहले हरिहर मंदिर था। जब सर्वे की टीम मस्जिद के अंदर थी, तब बाहर हिंसा फैल गई। इस दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया, फायरिंग की और गाड़ियों को आग लगा दी। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस और फायरिंग की। इस हिंसा में पांच युवकों की मौत हो गई, और पुलिस ने अब तक करीब 50 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है।