Controversial Statement Of Maulana Rizvi: महाकुंभ 2025 में मुसलमानों की एंट्री रोक लगाने की मांग साधु-संत ने की है। इसको लेकर संत महात्माओं ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है। अब ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शाहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने बड़बोलापन कर दिया है। शहाबुद्दीन ने कहा है कि वक्फ की जमीन पर महाकुंभ आयोजित हो रहा है, फिर भी हम कोई विरोध नहीं कर रहे है। उन्हें भी बड़ा दिल दिखाना चाहिए।
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने एक्स पर एक वीडियो शेयर कर महाकुंभ को लेकर दावा किया है। शाहाबुद्दीन ने कहा कि, मुसलमानों ने हमेशा बड़ा दिल दिखाया है, उसकी बहुत सी मिसालें हैं। मुसलमानो ने बड़ा दिल दिखाते हुए कोई आपत्ति नही की है। मगर दूसरी तरफ अखाड़ा परिषद और दूसरे बाबा लोग मुसलमानो के प्रवेश पर रोक लगा रहे हैं। ये तंग नजरी छोड़नी होगी, मुसलमानो की तरह बड़ा दिल दिखाना चाहिए।
साधु-संत ने पास किया था प्रस्ताव
4 नवंबर को प्रयागराज में भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक हुई थी। इस बैठक में प्रस्ताव पास हुआ कि महाकुंभ मेले में सिर्फ सनातनियों को ही प्रवेश दिया जाएगा। कोई भी मुखौटा लगाकर गलत तरीके से कुंभ मेले में प्रवेश कर सनातन संस्कृति और परंपरा को भंग कर सकता है। इस खतरे से निपटने के लिए समय रहते मेला प्रशासन और सरकार को सजग रहना होगा। इस बयान के बाद से ही लगातार महाकुंभ में मुसलमानों की एंट्री को लेकर विवाद गरमाया हुआ है।
फैसले पर गरमाया विवाद
गौरतलब है कि बीते 4 नवंबर 2025 को प्रयागराज में भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक आयोजित हुई थी। जिसमें प्रस्ताव पास हुआ था कि महाकुंभ मेले में सिर्फ सनातनियों को प्रवेश मिलेगा। कोई भी अनैतिक तरीके से महाकुंभ में प्रवेश सनातन संस्कृति और परंपरा को भंग कर सकता है। अखाड़ा परिषद के इस फैसले का हिंदू धर्म गुरुओं ने समर्थन किया था। हालांकि, उसके बाद से महाकुंभ में मुसलमानों के प्रवेश पर विवाद गरमा गया था।