Baghpat Stage Collapse: उत्तर प्रदेश के बागपात जिले के बड़ौत में आयोजित जैन निर्वाण महोत्सव में भगदड़ के कराण अभी तक 7 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 70 से अधिक श्रद्धालु घायल हैं। अभी भी प्रशासन घटनास्थल पर डटे हुए हैं। भगदड़ मचने के पीछे का कारण पता किया जा रहा है। ऐसे में कई सवाल भी उठने लगे हैं। डीएम और एसपी के अनुसार, पिछले 20-30 सालों से यह कार्यक्रम हर साल होता है। इस मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं का जुटान होता है। इसके लिए आयोजकों के द्वारा परमिशन भी लिया जाता है।
ऐसे में कार्यक्रम स्थल पर भारी संख्या में पुलिस की भी तैनाती की जाती है। तो सवाल ये उठ रहा है कि आखिर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने दिलाई क्यों बरती? जबकि ऐसे कई मामले हाल में ही सामने आए हैं। बता दें, मंगलवार को बड़ौत के जैन कॉलेज फील्ड में आदिनाथ भगवान के निर्वाण के लड्डू चढ़ाने का कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान लकड़ी से बने मंच पर भारी संख्या में श्रद्धालु चढ़ गए। इसी दौरान मंच टूट गया और उसके बाद भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।
डीएम ने क्या कहा?
हादसे को लेकर डीएम अस्मिता लाल और एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया- बड़ौत में जैन समाज का कार्यक्रम था। सीढ़ियां टूटने से लकड़ी का स्टेज टूट गया। इस कारण जो भी वहां लोग मौजूद थे वो मंच के नीचे दब गए। पुलिस को जैसे ही सूचना मिली, घायलों को 108 एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया।
20 लोगों का उपचार कर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। बाकी 20 लोगों का उपचार जारी है। इस हादसे में 7 लोगों की मौत हुई है। यह कार्यक्रम पिछले 25-30 साल से होता आ रहा है। इस कार्यक्रम के लिए अनुमति ली गई थी। अब इसकी जांच की जा रही है कि आखिर मंच कैसे ढह गया। कहां किसने लापरवाही बरती, सभी चीजों की जांच की जा रही है।
लापरवाही बना कारण?
अभी तक की जांच में पता नहीं चल पाया है कि मंच कैसे टूटा। माना जा रहा है अचानक भारी संख्या में मंच पर पहुंचने से यह हादसा हुआ। हालांकि, सवाल यह लगातार उठ रहा है कि आयोजकों ने आखिर भीड़ को नियंत्रित क्यों नहीं किया। वहीं प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं कि वो पिछले घटनाओं से अबतक सबक क्यों नहीं लिया?