हरियाणा। मानसून टर्फ के प्रदेश में पहुंचने और कम दबाव का क्षेत्र बनने से वीरवार को प्रदेश में झमाझम बारिश हुई। इस दौरान मानसूनी बारिश ने ज्यादातर जिलों को भिगो दिया। मौसम विशेषज्ञ की मानें तो 3 अगस्त तक प्रदेश में बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी। वहीं, जुलाई माह में प्रदेश में सामान्य से 15 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है।मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि मानसून टर्फ सुबह के समय राजस्थान के सूरतगढ़, हरियाणा के हिसार से होते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर बने निम्न दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक फैली रही। हालांकि बाद में यह गंगानगर, रोहतक, बांदा, सीधी, रांची, डायमंड हार्बर से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की उत्तर-पूर्वी खाड़ी पर पहुंच गई। इसके अलावा उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से पश्चिमी हरियाणा पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इनके असर से प्रदेश के सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, पलवल, फरीदाबाद, नूंह, सोनीपत, पानीपत, करनाल, रोहतक, झज्जर, जींद व कैथल में झमाझम बारिश हुई। बारिश की वजह से दिन व रात के तापमान में भी गिरावट आई है और यह सामान्य से नीचे पहुंच गए।
“हरियाणा में पहुंचा मानसून का असर: कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय, 3 अगस्त तक प्रदेश के कई हिस्सों में वर्षा की संभावना”
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