Manipur Violence: मणिपुर में स्थिति बिगड़ती जा रही है। रविवार देर रात मणिपुर के जिरीबाम के बाबूपुरा में सुरक्षाबलों की गोली से एक युवक की मौत गई। दरअसल, एक आक्रमक भीड़ ने रविवार को भाजपा और कांग्रेस के दफ्तर पर धावा बोल दिया। भीड़ ने दफ्तर में मौजूद सभी चीजों को आग के हवाले कर दिया। जानकारी के अनुसार, उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षाबलों ने गोली चला दी। जिसमें 20 वर्षीय अथौबा गोली लगने से घायल हो गया था और बाद में उसकी मौत हो गई। गौरतलब है कि ये घटना जिरीबाम पुलिस स्टेशन के 500 मीटर की दूरी पर हुई है।
सुरक्षाबलों ने कसी कमर!
गौरतलब है बीते दिनों नदी में कई व्यक्तियों की लाश मिलने के बाद मणिपुर के कई जिलों में फिर से हिंसा भड़क गई है। रविवार को प्रदेश के 3 मंत्री और 6 विधायकों के घर पर उग्र भीड़ ने हमला कर दिया था। इस दौरान भीड़ ने कई घरों को आग के हवाले भी कर दिया। हालांकि, सुरक्षाबलों ने हर चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। सुरक्षाबलों ने हिंसाग्रस्त क्षेत्र में 107 नाके और चेकपोस्ट स्थापित किए हैं। इसके साथ ही नेशनल हाईवे-2 पर आवश्यक चीजों से लदे 456 वाहनों की सुरक्षित आवाजाही सनिश्चित की है। गौरतलब है कि सभी संवेदनशील रास्तों पर सुरक्षा काफिलें को तैनात किया गया है। जिसके कारण वाहनों का आवाजाही बिना किसी रुकावट के हो रही है।
अमित शाह ने संभाला कमान
गौरतलब है कि पिछले दिनों मणिपुर में हिंसा बढ़ने के बाद गृह मंत्री अमित शाह एक्टिव हो गए हैं। उन्होंने CRPF DG को मणिपुर भेजा है। साथ ही पल-पल के हालात पर अमित शाह ने नजर बनाई हुई है। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार अब मणिपुर हिंसा को समाप्त करने के लिए फाइनल प्लान बना रही है। इस बीच NPP ने एन बिरेन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। हालांकि, इससे सरकार पर कोई भी असर नहीं पड़ने वाला है।