ब्रासीलिया। भारत ने सोमवार को ब्रिक्स फोरम में आह्वान किया कि इस संगठन को न सिर्फ भू-राजनीतिक स्तर पर बल्कि सभ्यता के स्तर पर भी नेतृत्व करना चाहिए। भारत ने एक ऐसा सांस्कृतिक इकोसिस्टम बनाने की मांग की, जिसमें विविधता, मानवता और तरक्की को प्रोत्साहित किया जाए। ब्राजील में सोमवार को ब्रिक्स देशों के संस्कृति मंत्रियों की बैठक हुई। इस बैठक में भारत की तरफ से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शामिल हुए।
बैठक के दौरान गजेंद्र सिंह शेखावत ने सांस्कृतिक संपत्तियों की अवैध तस्करी को रोकने के लिए एक मजबूत कानूनी ढांचा बनाने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने एआई के नैतिक उपयोग पर बल दिया ताकि सांस्कृतिक विविधता का सम्मान किया जा सके। ब्रिक्स के मंत्री स्तर की इस बैठक में संयुक्त प्रस्ताव में चार सांस्कृतिक प्राथमिकताओं पर फोकस किया गया, जिनमें संस्कृति, नवाचार अर्थव्यवस्था, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस; संस्कृति, जलवायु परिवर्तन शामिल हैं।
पारंपरिक ज्ञान को बचाने की जरूरत
संस्कृति मंत्रालय ने देर रात जारी एक बयान में कहा कि संस्कृति और नवाचार उद्योग सतत विकास के वाहक हैं। मंत्रालय ने मांग की कि एआई का नैतिक उपयोग सुनिश्चित हो ताकि पारंपरिक ज्ञान को बचाया जा सके और सांस्कृतिक निवेश को बढ़ाया जा सके। ब्रिक्स की 10वीं संस्कृति मंत्रियों की बैठक ऐतिहासिक इटामाराटी पैलेस में आयोजित हुई, जिसे ब्राजील के विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया। फिलहाल ब्रिक्स की अध्यक्षता ब्राजील के पास है। ब्रिक्स देशों में भारत के अलावा रूस, चीन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। संस्कृति मंत्रालय ने बताया कि इस साल की बैठक में ब्रिक्स देशों में सांस्कृतिक सहयोग बढ़ाने, संस्थागत सहयोग को बेहतर करने, संयुक्त सांस्कृतिक प्रोजेक्ट्स को विकसित करने पर फोकस किया गया ताकि ब्रिक्स देशों की समृद्ध संस्कृति को संरक्षित करने के साथ ही उसे प्रमोट भी किया जाए।