– भाजपा की सीता सोरेन का मुकाबला JMM के नलिन सोरेन से था
– दुमका सीट पर सातवें चरण में हुआ था मतदान
– दुमका में 71.07 प्रतिशत वोट पड़े थे
दुमका । झारखंड की दुमका लोकसभा सीट पर देश की नजर है। कारण- यहां मुकाबला सोरेन परिवार के बीच है। भाजपा ने सीता (सोरेन) मुर्मू को मैदान में उतारा है, जिन्होंने चुनाव से ठीक पहले परिवार से बगावत की थी। उनका मुकाबला झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नलिन सोरेन से है।
एग्जिट पोल में अनुमान लगाया गया था कि सीता सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के गढ़ में सेंध लगती दिख रही हैं।
सीता सोरेन, शिबू सोरेन की बहू हैं। हेमंत सोरेन के भाई दुर्गा सोरेन से उनकी शादी हुई थी। 2009 में पति के असामयिक निधन के बाद सीता सोरेन ने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। सीता सोरेन लंबे समय से झामुमो सदस्य और जामा विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रही हैं। हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद जब उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को पार्टी में तवज्जो की गई, तो सीता सोरेन बागी हो गईं। उन्हें पार्टी में उपेक्षा का आरोप लगाता हुए इसी साल मार्च में भाजपा का दामन थाम लिया था।
दुमका दशकों से झामुमो का गढ़ रहा है। खुद शिबू सोरेन यहां से आठ बार जीतकर संसद पहुंचे। हालांकि 2019 के आम चुनावों में भाजपा के सुनील सोरेन ने 47,000 मतों से जीत दर्ज की थी। इसके बाद भी भाजपा ने इस बार सुनील सोरेन की जगह सीता सोरेन को उम्मीदवार बनाया था।