Sambhal Violence News: संभल जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई। इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई। वहीं, कई आला अधिकारियों सहित पुलिसकर्मी भी पत्थरबाजी में घायल हो गए। अब पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। हिंसा भड़काने के लिए सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक के बेटे सोहेल इकबाल के खिलाफ पुलिस ने FIR दर्ज किया है। इन दोनों पर उपद्रव भड़काने का आरोप लगा है। हालांकि, संभल मामले पर जमकर राजनीतिक बयानबाजी शुरु हो गई है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव तक ने संभल हिंसा के सहारे यूपी सरकार पर हमलावर हो गई है।
गौरतलब है कि संभल के जामा मस्जिद में कोर्ट ने सर्वे करने का आदेश दिया था। सर्वे का पहला दिन शांति के साथ गुजरा। लेकिन जब रविवार को सर्वे करने टीम पहुंची तो अचानक भीड़ इकट्ठा होकर घार्मिक नारे लगाने लगे। पुलिस के रोकने पर भीड़ ने पत्थबाजी शुरु कर दी। इसमें कई पुलिस अधिकारी गंभीर रुप से घायल हुए। जानकारी के अनुसार, भीड़ की ओर गोलीबारी भी की गई। वहीं, पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस छोड़े और हवाई फायरिंग भी की। अबतक इस हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई है।
सपा सांसद बर्ग का बयान आया सामने
हालांकि, इस मामले में FIR दर्ज होने के बाद संभल के सपा सांसद जिया उर रहमान की भी प्रतिक्रिया सामने आई। उन्होंने कहा है कि निर्दोष लोगों के मारे जाने पर पुलिस वालों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हो। जब सबकुछ शांति से चल रहा था, तब वहां भीड़ लाकर नारे लगवाने की क्या जरूरत थी। मैं इस मुद्दे को पूरी ताकत से संसद में उठाऊंगा।
इसके साथ ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी रविवार को ट्वीट के माध्यम से इस हिंसा के लिए योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा, “सर्वे के नाम पर तनाव फैलाने की साज़िश का ‘सर्वोच्च न्यायालय’ तुरंत संज्ञान ले और जो अपने साथ सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के उद्देश्य से नारेबाज़ों को ले गये, उनके ख़िलाफ़ शांति और सौहार्द बिगाड़ने का मुक़दमा दर्ज हो और उनके ख़िलाफ़ ‘बार एसोसिएशन’ भी अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई करे। उप्र शासन-प्रशासन से न कोई उम्मीद थी, न है।“