HARYANA NEWS: हरियाणा के पांचाल समाज की बेटी सानिया पांचाल एक खास मकसद लेकर जम्मू कश्मीर के लाल चौक से कन्याकुमारी तक मैराथन के लिए निकली है। आज ये लड़की अंबाला पहुंची और यहां पर हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने उनको आशीर्वाद दिया और एक लाख रुपए देने का भी ऐलान किया। जो इस लड़की पर खर्च करने के लिए पांचाल समाज को कहा। लड़की का यात्रा का मुख्य मकसद लड़कियों को जागरूक करना और लड़कियों के साथ भेद भाव को खत्म करना है। इसके मकसद की कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने भी तारीफ की।
आज समाज में जहां लोग लड़कियों के पैदा होने से खुश नहीं होते। वहीं आज लड़कियां किसी भी फील्ड में लड़कों से कम नहीं है। हरियाणा की बेटी पांचाल समाज की सानिया एक विशेष मकसद लेकर जम्मू कश्मीर के लाल चौक से कन्या कुमारी तक मैराथन के लिए निकली है। आज ये छोटी लड़की अंबाला पहुंची और यहां पर उसने हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल से से आशीर्वाद लिया। इस मौके पर पांचाल समाज के लोग भी मौजूद रहे। कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने लड़की को फूलों के हार पहनाए और उसपर खर्च करने के लिए पांचाल समाज को एक लाख रुपए भी दिए। पांचाल समाज ने इसके लिए कैबिनेट मंत्री अनिल विज का धन्यवाद भी किया।
बड़ा अच्छा मकसद लेकर ये बच्ची यात्रा पर निकली है– अनिल विज
मीडिया से बात करते हुए कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि ये बच्ची कन्या कुमारी के लाल चौक से कन्या कुमारी तक पैदल मैराथन के लिए निकली है और ये महिलाओं को आगे आने के लिए पूरे स्थान मिले और बताने के लिए कि हमारे देश में चाहे भिन्न भिन्न धर्म हो भिन्न भिन्न जातियां हो और भिन्न भिन्न भाषाएं हो किंतु जम्मू कश्मीर से कन्या कुमारी तक भारत एक है। उन्होंने कहा कि नारियल पैदा होता है केरल में और चढ़ाया जाता है जम्मू कश्मीर में माता वैष्णो देवी के चरणों में। उन्होंने कहा कि ये युगों युगों से हमारी परंपरा रही है। उन्होंने कविता के माध्यम से कहा कि भिन्न भिन्न लोगों ने हमें खंडित करने की कोशिश की लेकिन कुछ तो है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी हम एक है और एक होकर मुट्ठी बंद करके सभी मुसीबतों का सामना कर सकते है। उन्होंने कहा कि बड़ा अच्छा मकसद लेकर ये बच्ची यात्रा पर निकली है और मैं अपनी विश इसको देता हूं और सभी बच्चों को भी संदेश है।
फौजी भाइयों के लिए की जा रही यात्रा- सानिया
जम्मू कश्मीर के लाल चौक से कन्या कुमारी की यात्रा पर निकली सानिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मेरा यात्रा का मुख्य मकसद महिलाओं में जो भेद भाव हो रहा है वो न हो और लड़कियां जागरूक हों। उन्होंने कहा कि हमारे फौजी भाइयों और जो महान लोग देश के लिए शहीद हुए है उनके लिए ये यात्रा की जा रही है। जब उनसे पूछा गया कि सफर लंबा है ऐसे में जो कठिनाइयों आएगी उनको कैसे पार पाओगे तो उन्हें कहा कि अगर मन में हो कि मैने ये काम करना है तो वो हो ही जाता है। उन्होंने दूसरे बच्चों को भी संदेश दिया कि वो अपने मां बाप का कहना माने।