Devendra Fadnavis News: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने विदर्भ क्षेत्र के वांगेतुरी-गार्डेवाड़ा-गट्टा-अहेरी मार्ग पर 32 किलोमीटर लंबी गट्टा-गार्डेवाड़ा-वांगेटुरी सड़क और महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) की बस सेवाओं का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने गढ़चिरौली में नक्सलियों (माओवादियों) को लेकर पत्रकारों से बात की। उन्होंने कहा कि राज्य जल्द ही नक्सली खतरे से मुक्त हो जाएगा। सीएम फडणवीस ने बताया कि गढ़रिचौली के दूरदराज इलाकों में नक्सलियों का प्रभाव खत्म हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि नक्सलवाद अपने अंत की तरफ है।
माओवादियों के प्रभाव स मुक्त होगा गढ़चिरौली
गढ़चिरौली में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “सरकार ने माओवादियों के प्रभाव को खत्म कर गढ़चिरौली को पहला नक्सल मुक्त जिला बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।” गढ़चिरौली को महाराष्ट्र का आखिरी जिला कहा जाता है। यह राज्य की पूर्वी सीमा पर है।गट्टा-गार्डेवाड़ा-वांगेटुरी सड़क और महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) की बस सेवाओं के उद्घाटन पर सीएम फडणवीस ने बताया कि यह सड़क मार्ग महाराष्ट्र को सीधे छत्तीसगढ़ से जोड़ेगा। उन्होंने आगे कहा, “इसके अलावा, आजादी के 75 साल बाद नक्सलियों के प्रभाव वाला हिस्सा भी मुक्त हो रहा है।” मुख्यमंत्री ने नक्सलवाद के खिलाफ काम के लिए गढ़चिरौली पुलिस की सराहना की।
11 नक्सलियों ने सीएम फडणवीस के सामने किया सरेंडर
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में, गढ़चिरौली पुलिस और प्रशासन के संयुक्त प्रयासों के कारण माओवादी पिछले चार वर्षों में यहां एक भी कैडर की भर्ती नहीं कर पाए हैं। उन्होंने कहा कि माओवादियों के शीर्ष कैडर सरेंडर कर रहे हैं। बता दें कि वरिष्ठ कैडर विमला चंद्र सिदाम उर्फ तारक्का समेत कुल 11 नक्सलियों ने बुधवार को गढ़चिरौली में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के सामने सरेंडर कर दिया। इन नक्सलियों पर 1.03 करोड़ रुपये का इनाम था।