Prashant Kishore Got A Shock: बिहार की सियासत में अपनी जगह टटोल रहे प्रशांत किशोर को बड़ा झटका लगा है। बिहार विधानसभा चुनाव में अभी कई महीनों का वक्त है लेकिन, पीके की जन सुराज पार्टी सियासी गलियारों में डगमाती हुई नजर आ रही है। क्योंकि, ऑल इंडिया जुडिशल एम्प्लाइज कन्फेडरेशन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सह प्रख्यात शायर शकील मोईन ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर जन सुराज से इस्तीफा दे दिया है।
प्रेस विज्ञप्ति जारी कर शकील मोईन कहा है कि जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर मुस्लिम वोटों के बंटवारे करने की कोशिश में जुटे हैं। उनके पास कोई विजन नहीं है। उन्होंने कहा कि अपनी बातों में ऊल-जलूल हरकतों की वजह से प्रशांत किशोर सामाज में कोई प्रभाव नहीं रख पाते हैं।
मुसलमान सतर्क रहें: शकील मोईन
शकील मोईन ने आगे कहा कि जन सुराज पार्टी में सेवानिवृत अधिकारियों को महत्वपूर्ण पदों पर बैठा दिया है, जो जमीनी जुड़ाव रखने वाले लोगों के साथ हुक्मराना अंदाज में पेश आते हैं। मुसलमानों को होशियार रहने की जरूरत है। शकील मोईन ने कहा कि प्रशांत किशोर खुद को मुस्लिमों के हवाले से एक बड़ा नेता साबित करने का प्रयास कर रहे हैं। शकील मोईन ने कहा कि मुझे ऐसा कहा गया था कि मस्जिद के इमामों, मौलवियों को जमा कीजिए। ऐसा लग रहा है, जैसे- खाना ए काबा की कॉन्फ्रेस करने वाले हैं। मुसलमानों को उनसे होशियार रहने की जरूरत है।
पहले भी एक नेता ने दिया था इस्तीफा
इससे पहले नरेश बादल ने भी जन सुराज से इस्तीफा दे दिया था। नरेश बादल ने राजद का दामन थामा था। उस दौरान राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी महबूब अली कैसर, राजद जिलाध्यक्ष मनोहर कुमार यादव एवं प्रदेश महासचिव धनिकलाल मुखिया समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। महबूब अली कैसर ने कहा था कि नरेश बादल ने तेजस्वी यादव की नीतियों और वादों से प्रभावित होकर राजद में शामिल होने का फैसला किया है।