Punjab MLA Meeting With Arvind Kejriwal: दिल्ली चुनाव में करारी शिकस्त के बाद आम आदमी पार्टी का भविष्य उज्जवल नजर नहीं आ रहा है। पंजाब में इस वक्त काफी गहागहमी मची हुई है। पंजाब सरकार में टूट के कयास लग रहे हैं। इस बीच दिल्ली स्थित कपूरथला भवन में पंजाब के सभी विधायकों की बड़ी बैठक चल रही है। इस बैठक में आप संयोजक अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान समेत कई दिग्गज नेता मौजूद हैं। विभिन्न मीडिया रिपोर्टस् की माने को उस बैठक में सिर्फ 85 आप विधायक पहुंच हैं जबकि पंजाब में आप विधायकों की संख्या 93 है। इस खबर की कोई आधिकारिक पुष्टी नहीं हुई है, लेकिन उस बैठक ने बयानबाजियों का दौर शुरु कर दिया है।
कांग्रेस का बयान आया सामने
कपुरथला हाउस में पंजाब के आप विधायकों की बैठक पर कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा, “यह उनकी पार्टी है, उन्हें बैठक करनी चाहिए, लेकिन अगर वह हार के तुरंत बाद बैठक कर रहे हैं तो इसका अलग मतलब है। वह दिल्ली हार चुके हैं, इसलिए उन्हें दिल्ली के नेताओं को बुलाना चाहिए और मंथन करना चाहिए, लेकिन पंजाब के विधायकों को बुलाया गया है। उनके पंजाब और दिल्ली दोनों मॉडल विफल हो गए हैं। अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं या कुछ बदलाव चाहते हैं। पंजाब के लोग उनसे तंग आ चुके हैं, चाहे वह कितनी भी बैठकें कर लें, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा।”
इसके साथ ही कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, ”8 फरवरी को नतीजे घोषित हो गए और आंदोलन शुरू हो चुका है। इतनी जल्दी बैठक बुलाने से पता चलता है कि ये जल्द ही टूट जाएंगे। पंजाब में मध्यावधि चुनाव होंगे। जब कोई पार्टी हारती है तो राज्य के अंदर चर्चा होती है, दूसरे राज्यों को नहीं बुलाया जाता। उन्हें चिंता है कि दिल्ली में जो हुआ वह पंजाब में भी दोहराया जा सकता है। पंजाब के हालात ठीक नहीं हैं। पंजाब के सीएम ने खालिस्तान के खिलाफ साहस नहीं दिखाया। इससे ज्यादा शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता दावा किया जा रहा है कि यमुना का पानी जहरीला है।”
आप सांसद ने दी सफाई
कपूरथला हाउस में पंजाब आप के विधायकों की बैठक ने कई सवाल खड़े कर दिया हैं। कांग्रेस लगातार माहौल बनाने में जुट गई है। इस बीच AAP सांसद मालविंदर सिंह कंग का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “पार्टी के कामकाज के लिए बैठकें बहुत सामान्य हैं। पार्टी के कामकाज को बेहतर बनाने और मौजूदा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन का विश्लेषण करने के लिए, अरविंद केजरीवाल ने हमेशा पार्टी का मार्गदर्शन किया है। आप पंजाब में भगवंत मान और देश में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध है।”