Land For Job Scam: बिहार में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में लालू यादव, तेजस्वी यादव सहित कई लोगों को करारा झटका लगा है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने लालू परिवार को 11 मार्च को पेश होने का आदेश दिया है। कोर्ट का यह आदेश जमीन के बदले नौकरी मामले में आया है। स्पेशल CBI जज विशाल गोगने ने केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा दायर आरोपपत्रों पर संज्ञान लेने के बाद यह आदेश दिया है। बता दें, इस केस में CBI ने लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव, हेमा यादव सहित 78 लोगों को नामजद किया है। इसमें 30 सरकारी कर्मचारी भी शामिल हैं। साथ ही इनमें से कोर्ट ने भोला यादव और प्रेम चंद गुप्ता को भी तलब किया है। आरोप के अनुसार, प्रेम चंद गुप्ता, लालू यादव के सहयोगी के तौर पर काम करते थे।
क्या है आरोप?
लालू प्रसाद यादव 2004 से 2009 तक रेल मंत्री रहे। आरोप है कि इसी दौरान लालू यादव ने रेलवे में नौकरी दिलवाने के बदले अपने परिवार के नाम पर जमीन ली। लालू यादव ने मुबंई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में नौकरियां दी। इसके बदले रेलवे में भर्ती होने वाले लोगों ने उनकी जमीनें बहुत कम दामों पर ली या फिर गिफ्ट के रुप में लालू परिवार को कीमती जमीन दे दी। जब इस कथित भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ तो CBI और ED ने मामले की जांच शुरु की। लालू परिवार सहित उनके सहयोगियों पर केस दर्ज किया गया। इसके साथ ही करीब 30 रेलवे के अधिकारियों को भी नामजद किया दिया। बता दें, लैंड फॉर जॉब केस में जांच एजेंसियों ने कई बड़े रेलवे अधिकारियों को भी नामजद किया गया।
इसी साल होना है विधानसभा चुनाव
गौरतलब है कि बिहार में विधानसभा चुनाव साल के अंत में होना है। इस चुनाव का आगाज सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कर दिया। पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान लालू यादव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने चारा घोटाले का इशारों-इशारों में जिक्र करके लालू प्रासाद यादव पर हमला बोला। साथ ही नीतीश कुमार ने यह स्पष्ट कर दिया कि आगामी विधानसभा चुनाव वो NDA के साथ ही लड़ेंगे। वहीं, लालू यादव ने भी पीएम मोदगी के बिहार दौरे पर हमला बोला। उन्होंने एक्स पर लिखा, “पीएम के झूठ मापने का कोई पैमाना होता तो वह टूट कर चूर-चूर हो जाता।“ बता दें, चारा घोटाले मामले में लालू यादव को कोर्ट ने दोषी ठहराया है। वो अभी जमानत पर बाहर हैं।