chhattisgarh: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ दौरे से ठीक पहले ही राज्य के नक्सल प्रभावित इलाके बीजापुर में रविवार, 30 मार्च 2025 को 50 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. बताया गया कि जिन 50 नक्सलियों ने सरेंडर किया, उनमें से 14 पर करीब 68 लाख रुपये का इनाम रखा गया था. इस आत्मसमर्पण की पुष्टि एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी की है. मिली जानकारी के मुताबिक, 50 नक्सलियों ने पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने हथियार डाले.
पुलिस अधिकारी ने दी ये जानकारी
बीजापुर के वरिष्ठ पुलिस सुपरिटेंडेंट जितेंद्र कुमार यादव ने कहा, ’50 नक्सलियों ने माओवादी विचारधारा की खोखली और अमानवीय नीतियों. आदिवासियों के शोषण और आंदोलन के भीतर पपने मतभेदों को वजह बताते हुए आत्मसमर्पण की राह चुनी. ये नक्सली सुरक्षा बलों के शिविर लगाने के साथ ही ‘निया नेल्लार’ यानी की आपका अच्छा गांव योजना से भी काफी खुश और सकारात्मक रूप से प्रभावित थे. सुरक्षाबलों की योजनाओं के जरिए नक्सलियों को दूरदराज के इलाकों में बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने का काम भी बखूबी किया जा रहा है. सरेंडर करने वाले 50 लोगों में से छह पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम था जबकि तीन पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम रखा गया था.’
बीजापुर के वरिष्ठ पुलिस सुपरिटेंडेंट ने कहा, ‘आंदोलन और हिंसा की राह छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने वाले नक्सलियों का सरकार की नीति के मुताबिक पुनर्वास होगा.’ बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ पहुंचने से पहले ही ये बड़ी खबर सामने आई है. छत्तीसगढ़ में पीएम मोदी 33,700 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखने वाले हैं.
नक्सलियों पर किया था बड़ा प्रहार
सुरक्षाबलों ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों पर बड़ा प्रहार किया था. सुकमा में की गई सुरक्षाबलों की मुंहतोड़ कार्रवाई में 16 नक्सली ढेर हुए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुरक्षाबलों ने इस दौरान मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किए गए थे. जब्त किए गए हथियारों में एके-47, एसएलआर, इंसास राइफल, पॉइंट 303 राइफल, रॉकेट लॉन्चर, बीजीएल लॉन्चर और विस्फोटक पदार्थ भी बड़ी संख्या में शामिल थे.