Delhi Assembly Elections 2025: अगले साल फरवरी महीने में दिल्ली विधानसभा का चुनाव होने की आशंका जताई जा रही है। पिछले एक दशक से सत्ता में बैठी आम आदमी पार्टी फिर से चुनावी मैदान में हैं। वहीं, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने भी चुनाव जीतने के लिए पूरा दम लगा दिया है। हालांकि, लोकसभा चुनाव में INDIA गठबंधन के बैनर तले आप और कांग्रेस साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी, लेकिन विधानसभा चुनाव दोनों ही दलों ने अलग-अलग लड़ने की घोषणा कर दी है। इस बीच रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे दिल्ली के रामलीला मैदान में बड़ी रैली को संबोधित करने वाले हैं। इस रैली को आगामी विधानसभा चुनाव के आगाज के रुप में देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल साल 2013 में पहली बार चुनाव जीत कर कांग्रेस की मदद से मुख्यमंत्री बने थे। हालांकि, चंद महीनों में ही उनकी सरकार गिर गई थी। साल 2015 में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में AAP ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करके सत्ता हासिल की। उसके बाद साल 2020 में भी आप ने 70 में से 62 विधानसभा सीट पर जीत कर केजरीवाल तीसरी बार दिल्ली के सीएम बने। हालांकि, इस बीच केजरीवाल पर शराब घोटाले को लेकर उन्हें जेल भी जाना पड़ा। जेल से जमानत मिलने के बाद उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दिया और आतिशी को मुख्यमंत्री बना दिया। अब केजरीवाल पिछले कई हफ्तों से चुनावी अभियान में लगे हुए हैं।
कांग्रेस ने कसी कमर!
पिछले दो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई है। ऐसे में दिल्ली में लगातार 15 सालों तक सत्ता में रहने वाली कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव में एकबार फिर अपने दम पर चुनावी मैदान में उतर रही है। जिसकी तैयारी कांग्रेस ने शुरु भी कर दी है। कांग्रेस दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव पिछले कई दिनों से “दिल्ली न्याय यात्रा” निकाल कर लोगों के बीच जा रहे हैं। रविवार को खरगे की रैली में कांग्रेस के पारंपरिक दलित और मुस्लिम वोट बैंक को लुभाने की कोशिश की जाएगी। इन्हीं वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने बीते दिनों काजी निजामुद्दीन को दिल्ली का प्रभारी नियुक्त किया था।