Sharad Pawar On EVM: एनसीपी के संस्थापक शरद पवार हाल ही में सोलापुर जिले के मर्करवाडी गांव पहुंचे। यह वही गांव है, जहां EVMके खिलाफ एक मॉक-पोल आयोजित किया गया था। इस पोल में स्थानीय लोग बैलट पेपर से मतदान करना चाहते थे, ताकि एनसीपी के उम्मीदवार को EVMसे ज्यादा वोट मिल सकें। हालांकि, पुलिस ने इसे रोक दिया था और इस पर मामले दर्ज किए गए थे।
मर्करवाडी में शरद पवार ने कहा, “पिछले कुछ दिनों से संसद में मर्करवाडी का जिक्र हो रहा है। लोग कहते हैं कि देश में किसी को इस बारे में नहीं पता, लेकिन मर्करवाडी के लोगों को सब कुछ पता चल गया है। चुनावों में तकरार होती है, लेकिन यह सीमा से बाहर नहीं जाना चाहिए।” उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन जैसे बड़े देशों में अभी भी बैलट पेपर से वोटिंग होती है।
पूरी दुनिया में बैलट पेपर से वोटिंग हो रही है, तो हमें EVMक्यों चाहिए?
शरद पवार ने आगे कहा, “दुनिया के अधिकांश देशों में बैलट पेपर से मतदान हो रहा है, तो हमें EVMका इस्तेमाल क्यों करना चाहिए?” उन्होंने मर्करवाडी के लोगों का हवाला देते हुए कहा, “यहां वोटिंग के बाद संदेह हुआ, और लोग दोबारा मतदान करना चाहते थे। तो पुलिस ने इसे क्यों रोका?” पवार ने सवाल किया, “मैं EVMपर भाषण दे रहा था, मुझे क्यों रोका गया?”
पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की प्रतिक्रिया
EVMविवाद पर पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने कहा, “जब हम लोकसभा चुनाव में हारे, तो हमने नहीं कहा कि EVMमें कोई गड़बड़ी है। इन लोगों को EVMका राग छोड़ देना चाहिए। चुनाव हारने के बाद ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए, इससे लोगों का विश्वास घटता है। विपक्ष को इसे स्वीकार करना चाहिए।”