Bihar Elections News: बिहार में हुए जातीय जनगणना को क्रांगेस सांसद राहुल गांधी ने फर्जी बताया है। जिसके बाद राजनीति में सियासी हल चल मच गया है। क्या राहुल का ये बयान आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के लिए नई मुश्किले खड़ी कर सकता है।
बिहार में अगले कुछ महीनो में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले भी 2024 लोकसभा चुनाव में तेजस्वी ने जातीय जनगणना करने का मुद्दा उठाया चुके है। और बिहार में जाति आधारित आरक्षण बढ़ाने का श्रेय लेते हुए बीजेपी को आरक्षण विरोधी बताया।
राहुल गांधी का तेजस्वी पर हमाला
बिहार की राजधानी पटना में सुरक्षा सम्मेलन कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने जातीय जनगणना को ही पूरी तरीके से फर्जी बता दिया। इसके बाद अब तेजस्वी यादव के लिए यह बयान मुश्किल का खड़ी कर सकता है। ये बिहार चुनाव के नतीजों पर ही निर्भर करता है।
तेजस्वी यादव की बढ़ी मुश्किलें
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस बयान के बाद तेजस्वी यादव के दावे पर सवाल खड़े हो रहे है कि 2023 में आरजेडी, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार का हिस्सा थी। तब जातीय जनगणन कराई गई थी। वो फर्जी थी।
जातीय जनगणना को फर्जी बताने पर राहुल गांधी अब खुद कटघरे में आ गाए है। क्योंकि जब बिहार में जनगणना हुई थी। तब खुद कांग्रेस सरकार महागठबंधन का हिस्सा थी।कांग्रेस ने भी बिहार में जातीय जनगणना करने का श्रेय लिया था। और इस को राहुल गांधी अब फर्जी बता रहे हैं।
बिहार में पहले भी हो चुकी जातीय जनगणना
बता दें, बिहार में 2 अक्टूबर 2023 को जातीय जनगणना हुई थी। इस दौरान प्रदेश में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार थी। कांग्रेस और RJD भी इसी सरकार का हिस्सा थे। बिहार में हुई जातीय जनगणना का श्रेय तेजस्वी यादव ने लिया था। हांलाकि जातीय जनगणना नीतीश कुमार ने कराई थी। लेकिन उनका कहना था कि उनके दबाव के कारण नीतीश ने बिहार में जातीय सर्वे करवाया है।