Tahir Hussain On Kejriwal: दिल्ली विधानसभा चुनाव में नेताओं का प्रचार अपने चरम पर है। इस बीच मुस्तफाबाद से AIMIM प्रत्याशी ताहिर हुसैन ने सुप्रीम कोर्ट से कस्टडी पैरोल मिलने के बाद चुनावी प्रचार शुरु कर दी है। ताहिर हुसैन ने बुधवार को अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा। ताहिर हुसैन ने कहा कि जेल जाने पर मुझे तो पार्टी से ही निकाल दिया लेकिन जब मनीष सिसोदिया जेल गए तो उन्हें क्यों नहीं निकाला? नरेश बालियान जेल गए तो उनकी पत्नी को टिकट दे दिया लेकिन मेरे परिवार को छोड़ दिया। उन्होंने सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए कहा कि वे जेल गए तो इस्तीफा तक नहीं लिया गया। अगर एक पूर्व मुख्यमंत्री बाहर आकर प्रचार कर सकता है तो ताहिर भी आ सकता है। बता दें, दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव है। 8 फरवरी को परिणाम घोषित किए जाएंगे।
कस्टडी पैरोल पर जेल से निकले!
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने ताहिर हुसैन को कस्टडी पैरोल पर छोड़ा है। जिसके तहत उन्होंने सिर्फ दिन में ही प्रचार करने की इजाजत दी गई है, रात में ताहिर को वापस जेल जाना पड़ेगा। इसके साथ ही इस दौरान आने वाले पूरा खर्च भी खुद ताहिर हुसैन को देना पड़ेगा। ताहिर हुसैन ने भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि नाइंसाफी का आपका बेटा शिकार है. अपनों से दूर जेल में है। वफादार और गद्दार की बात हो रही है। वक्त बताएगा कि वफादार कौन है और गद्दार कौन है। उन्होंने कस्टडी पैरोल को लेकर कहा कि पांच साल बाद जेल से बाहर आकर जनता से मिला तो न्यायालय के आदेश की वजह से, आंबेडकर के संविधान की वजह से। ताहिर हुसैन ने कहा कि इस चुनाव दो मुख्य पार्टियां लड़ रही हैं, एक अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी और एक नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी। जनता ब्रांड में फंस गई।
ताहिर हुसैन ने सवालिया लहजे में कहा कि मनीष सिसोदिया जेल गए तो क्यों नही निकाला, सत्येंद्र जैन को क्यों नही निकाला। एक पार्टी में दो कानून क्यों हैं? उन्होंने कहा कि मुझे बीजेपी का एजेंट कहा। बीजेपी की साजिश की वजह से ही जेल में हूं। दोनों पार्टियां (आम आदमी पार्टी और बीजेपी) सत्ता की लड़ाई लड़ रही हैं, मेरी लड़ाई हक की है। मुस्तफाबाद की जनता की, पानी-बिजली-स्कूल की लड़ाई है।
दिल्ली दंगों के आरोपी है ताहिर
बता दें, साल 2020 के दिल्ली दंगे में ताहिर हुसैन को बतौर मुख्य आरोपी गिरफ्तार किया गया। उस वक्त वो आम आदमी पार्टी के पार्षद थे। हालांकि, गिरफ्तारी के बाद ताहिर को केजरीवाल ने पार्टी से निकाल दिया था। जिसके बाद ताहिर को ओवैसी ने अपनी पार्टी से विधानसभा चुनाव लड़वाने का फैसला लिया। साथ ही ताहिर हुसैन के लिए खुद ओवैसी भी प्रचार करने आएंगे।