Mahakumbh Stampede: मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर हुए हादसों के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इन घटनाओं में पुलिसकर्मी मुख्य रूप से जिम्मेदार बताए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन अफसरों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी ने वसंत पंचमी स्नान पर्व की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि इस पर्व के दौरान व्यवस्थाएं ‘जीरो एरर’ होनी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि अखाड़ों की पारंपरिक शोभायात्रा धूमधाम से निकाली जाए और संतों, श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। साथ ही, उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर कोई चूक नहीं होनी चाहिए।
बेहतर पार्किंग और ट्रैफिक व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने पार्किंग स्थल बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि श्रद्धालुओं को कम से कम चलना पड़े। इसके अलावा, महत्वपूर्ण स्थानों पर ट्रैफिक व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए एसपी स्तर के अधिकारियों को तैनात किया जाएगा। उन्होंने जाम की स्थिति से बचने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को समस्या वाले क्षेत्रों में भेजने की बात भी कही।
संदिग्ध व्यक्तियों पर निगरानी
वसंत पंचमी के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु बिहार, पूर्वी यूपी और नेपाल से आ सकते हैं। इसलिये प्रशासन को जरूरी व्यवस्थाएं करनी होंगी। सीएम ने झूंसी क्षेत्र में संदिग्ध व्यक्तियों के सत्यापन की आवश्यकता पर जोर दिया और अतिक्रमण को दुर्घटनाओं का कारण मानते हुए सड़क पर स्ट्रीट वेंडर्स को न दिखने देने की बात कही।
संतों ने की सीएम योगी की सराहना
मौनी अमावस्या हादसे के बाद महाकुंभ पहुंचे मुख्यमंत्री योगी ने संतों के धैर्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि संतों के धैर्य के कारण सनातन विरोधी साजिशें विफल हो गईं। इसके अलावा, उन्होंने महाकुंभ में स्नान करने आए 32 करोड़ श्रद्धालुओं के पुण्य अर्जन को महत्वपूर्ण बताया।
महाकुंभ नगर में जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि और तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानंदाचार्य राम भद्राचार्य ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की। उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में सनातन धर्म को नई पहचान मिल रही है।