नई दिल्ली: रणबीर इलाहाबादीया प्रकरण में राजनीतिक तात्पर्य का मामला सामने आया है। राष्ट्रीय राजनीतिक हिंदी अखबार के समूह संपादक और देश के गैर-राजनीतिक राष्ट्रीय राष्ट्रवादी संगठन मिशन वंदे मातरम फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष, श्री जितेंद्र तिवारी ने इस मामले को लेकर देश की यशस्वी उपराष्ट्रपति को पत्र लिखा। इस पत्र में उन्होंने यूट्यूबर रणबीर इलाहाबादीया द्वारा माता-पिता के पवित्र संबंध पर की गई अपमानजनक टिप्पणियों का विरोध करते हुए गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस कमिश्नर से इस घटना पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने की प्रार्थना की थी।
तिवारी की प्रार्थना पर संज्ञान लेते हुए, दिल्ली पुलिस कमिश्नर श्री संजीव अरोड़ा ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस कमिश्नर ने मिशन वंदे मातरम के सचिवालय को पत्र भेजकर इस मामले की जानकारी दी।
इस अवसर पर मिशन वंदे मातरम फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री जितेंद्र तिवारी ने मिशन वंदे मातरम की राष्ट्रीय कार्य समिति की ओर से महामहीम उपराष्ट्रपति जी, यशस्वी गृहमंत्री जी और माननीय पुलिस कमिश्नर का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बोलने की स्वतंत्रता का अर्थ यह नहीं है कि कोई भी व्यक्ति देश के सांस्कृतिक ताने-बाने और एकता के बारे में अवैध, अपमानजनक और असंवेदनशील बयान दे सकता है।
तिवारी ने यह भी कहा कि मिशन वंदे मातरम की स्थापना ही देश तोड़ने वाली शक्तियों को मुंहतोड़ जवाब देने के उद्देश्य से की गई थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि देश के खिलाफ किसी भी षड्यंत्र का विरोध करने के लिए मिशन वंदे मातरम के कार्यकर्ता सड़क से संसद तक सक्रिय हैं। यदि जरूरत पड़ी तो हम सड़कों पर उतरकर इस प्रकार की मानसिकता को हर हाल में मुंहतोड़ जवाब देंगे।