Atishi On CAG Report: मंगलवार को दिल्ली विधानसभा में सीएम रेखा गुप्ता ने नई आबकारी नीति में हुई गड़बड़ियों को लेकर बनी CAG रिपोर्ट पेश की। इस रिपोर्ट के अनुसार, नई आबकारी नीति लाने के बाद 2000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ। इसके साथ ही अन्य कई तरह की गंभीर खुलासे हुए हैं। अब इस मामले में नेता विपक्ष आतिशी का बयान सामने आया है। उन्होंने 2000 करोड़ रुपए का नुकसान की जिम्मेदार जांच एजेंसी और LG को बताया। आतिशी ने कहा कि जब यही नीति पंजाब में लागू की गई तो वहां भी एक्साइज रेवेन्यू में बढ़ोतरी हुई। इस नीति के कारण 2021 से 2025 तक पंजाब के एक्साइज रेवेन्यू में 65 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
आतिशी ने क्या कहा?
आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि कैग की रिपोर्ट का आठवां चैप्टर कहता है कि नई नीति पारदर्शी थी, इसमें कालाबाजारी रोकने के प्रावधान शामिल किए गए थे और इससे राजस्व बढ़ना चाहिए था। जब यही नीति पंजाब में लागू की गई तो वहां भी एक्साइज रेवेन्यू में बढ़ोतरी हुई। इस नीति के कारण 2021 से 2025 तक पंजाब के एक्साइज रेवेन्यू में 65 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर नई नीति ठीक से लागू की जाती तो सिर्फ एक साल में राजस्व 4,108 करोड़ से बढ़कर 8,911 करोड़ हो जाता।
उन्होंने कहा कि नई उत्पाद शुल्क नीति लागू नहीं हुई, इसलिए दिल्ली के एक्साइज रेवेन्यू में 2,000 करोड़ रुपये की कमी हुई। इसकी जांच होनी चाहिए कि इसे किसने लागू नहीं होने दिया। इसके लिए तीन लोग जिम्मेदार हैं: दिल्ली एलजी, सीबीआई और ईडी… यह नीति स्पष्ट करती है कि AAP सरकार ने पुरानी नीति को हटाकर सही निर्णय लिया था। हमारी मांग है कि इस सीएजी रिपोर्ट के आधार पर दिल्ली के उपराज्यपाल, सीबीआई और ईडी की जांच कराई जाए, एफआईआर दर्ज की जाए और कार्रवाई की जाए।
CAG रिपोर्ट में क्या आया सामने?
CAG रिपोर्ट में बताया गया है कि आम आदमी पार्टी सरकार की नई शराब नीति से लगभग 2002 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। नॉन कंफर्मिंग क्षेत्रों में लाइसेंस जारी करने में छूट देने से लगभग 940 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। रिटेंडर प्रक्रिया में 890 करोड़ का नुकसान हुआ और कोविड के दौरान शराब कारोबारियों को लाइसेंस शुल्क में 144 करोड़ की छूट दी गई। शराब कारोबारियों से सिक्योरिटी मनी नहीं लिया गया, जिसके कारण 27 करोड़ का नुकसान हुआ। वहीं, कुछ शराब कारोबारी ने लाइसेंस रद्द होने के बाद भी शराब बेचते रहे और कुछ ने लाइसेंस समय से पहले ही लौटा दिया।