Pamban Bridge: रविवार, 6 अप्रैल को रामनवमी के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु को एक ऐतिहासिक सौगात दी। उन्होंने देश के पहले वर्टिकल लिफ्ट समुद्री पुल नए पंबन ब्रिज का उद्घाटन करेंगे।
बता दें कि,ये पुल समुद्र के ऊपर बना है। इसकी खासियत ये है कि इसका एक हिस्सा ऊपर उठता है, जिससे जहाज बिना किसी रुकावट के निकल सकते हैं।इसी मौके पर प्रधानमंत्री ने रामेश्वरम से चेन्नई (तांबरम) के बीच एक नई ट्रेन सेवा की भी शुरुआत की।
आधुनिक इंजीनियरिंग की मिसाल है नया पंबन ब्रिज
ये पुल लगभग 2.08किलोमीटर लंबा है। इसे बनाने में 750करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च हुए हैं। ये केवल एक पुल नहीं है, बल्कि भारतीय इंजीनियरिंग की ताकत का उदाहरण भी है।ये पुल रामेश्वरम को मुख्य भूमि से जोड़ता है और यात्रियों के लिए सफर को आसान बनाता है।
111साल पुराने पुल का आधुनिक अवतार
पुराना पंबन पुल 1914में बनाया गया था। ये भारत का पहला समुद्री रेल पुल था। अब 111साल बाद, इसे नई तकनीक और ज्यादा ऊंचाई (3मीटर अधिक) के साथ दोबारा तैयार किया गया है।अब इस पुल से बड़े जहाज आसानी से गुजर सकेंगे और ट्रेनें भी बिना रुके चल सकेंगी।
पुल की प्रमुख विशेषताएं
– कुल लंबाई: 2.08किलोमीटर
– 99स्पैन (18.3मीटर) और एक वर्टिकल लिफ्ट स्पैन (72.5मीटर)
– लिफ्ट स्पैन 17मीटर तक ऊपर उठता है
– ट्रेन की अधिकतम गति: 160किमी प्रति घंटा (फिलहाल 80किमी प्रति घंटा)
– तेज हवाओं में भी सुरक्षित संचालन
– ये पुल 100साल तक चलने के लिए तैयार है