नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की शुरुआत में चुनाव आयोग ने नेताओं से अपील की थी कि वह अपनी भाषा को चुनाव के दौरान मर्यादित रखें। चुनाव आयोग की इस अपील को कुछ बयानवीरों ने अनसुना कर दिया। अपने भाषणों में आपत्तिजनक टिप्पणियां कर उन्होंने विवाद को खड़ा कर दिया, इसलिए चुनाव आयोग ने फिर से सामने आना पड़ा। चुनाव आयोग ने सख्त भाषा में कहा है कि राजनीतिक दल मतदाता के सामने अच्छे उदाहरण पेश करें।
नवनीत राणा के भड़काऊ भाषण से हुआ विवाद
नवनीत राणा अमरावती से भाजपा की प्रत्याशी हैं। वह हैदराबाद में भाजपा की प्रत्याशी माधवी लता के लिए प्रचार करने गईं नवनीत राणा ने असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई अकबरुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधा है। उनके 2013 में दिए गए विवादित बयान पर नवनीत राणा ने कहा कि आपने कहा था कि 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दें। आपको 15 मिनट चाहिए, लेकिन हम 15 सेकेंट में काम कर देंगे।
औवेसी ने दिया नवनीत राणा को जवाब
नवनीत राणा के बयान के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने धमकी भरा बयान दिया। उन्होंने कहा कि छोटे को हमला किया जा रहा है। मैंने बहुत ही समझाकर उसको रोक रखा है। वह मेरे अलावा किसी के बाप की नहीं सुनता है। मतदान होने में दो दिन ही बाकी रह गए हैं। आप लोग बताओ छोटे को छोड़ दूं क्या। अब हमको बता ही दो कि 15 सेकेंड के लिए कहां आना है।