करनाल। करनाल के सेक्टर-13 निवासी और असंध में फर्नीचर कारोबारी अमित मिगलानी का शव पांच दिन बाद पश्चिमी यमुना नहर के गगसीना पुल के पास बने घाट के पास मिला। 31 जुलाई की देर रात उनकी कार अनियंत्रित होकर नहर में गिर गई थी। हादसे के समय अमित अपनी पत्नी के साथ रात का खाना खाने के बाद घूमने निकले थे।एसडीआरएफ की टीम ने पांच दिन की तलाशी के बाद अमित का शव बरामद किया। उसकी पहचान गले में सोने की चेन, हाथ पर टैटू और लंबे बालों के आधार पर की गई। शव पर केवल अंडरगारमेंट्स थे। इसके अलावा कोई कपड़ा नहीं था।
31 जुलाई की रात को पुलिस और गोताखोरों की टीम ने क्रेन की मदद से नहर से कार को बाहर निकाला था, जिसमें निशा का शव बरामद हुआ था। हालांकि, अमित का कोई सुराग नहीं मिला था। कार के शीशे टूटे हुए थे, जिससे अनुमान लगाया गया कि अमित नहर के तेज बहाव में बह गया होगा। अमित के चाचा तेजेंद्र सिंह ने बताया कि हादसे के समय गोताखोर कर्ण कैथल पुल के पास थे। उन्होंने नहर में कार की बैक लाइट देखी और मदद की पुकार सुनी थी, लेकिन तेज बहाव के कारण तत्काल बचाव संभव नहीं हो सका।
फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और हादसे की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में इसे दुर्घटना माना जा रहा है, लेकिन सभी पहलुओं की जांच पड़ताल की जा रही है।