दिल्ली। दिल्ली सरकार के एससी/एसटी/ओबीसी कल्याण मंत्री श्री रविन्द्र इन्द्राज सिंह ने दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज में शुक्रवार को भारत रत्न डॉ. भीमराव आम्बेडकर जी के नाम पर बने सभागार का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन बाबा साहब ने अपनी औपचारिक शिक्षा शुरू की थी। ऐसे शुभ दिन पर यह उद्घाटन शिक्षा के उस पवित्र स्थल पर हुआ है जो आने वाली पीढ़ियों को बाबा साहब के विचारों, संघर्षों और सिद्धांतों से परिचित कराएगा। श्री रविन्द्र इन्द्राज ने कहा कि आने वाली पीढ़ियाँ यहाँ से न केवल शिक्षा प्राप्त करेंगी, बल्कि बाबा साहब के विचारों को जानेंगी, समझेंगी और उन्हें आगे बढ़ाएँगी।
मंत्री ने कहा कि जब देश का बँटवारा हुआ, तब बाबा साहब के सामने भी अन्य विकल्प थे, परंतु उन्होंने स्पष्ट कहा “नेशन फर्स्ट”। उन्होंने भारत के प्रति अपनी निष्ठा और समर्पण का उदाहरण प्रस्तुत किया और भारत में रहकर संविधान निर्माण का कार्य संभाला और पूरे देश को समानता, अधिकार और न्याय के सूत्र में बाँधा।
श्री रविन्द्र इन्द्राज ने कहा कि बाबा साहब ने हमें केवल अधिकारों की नहीं, बल्कि भागीदारी की शिक्षा दी। यदि हर व्यक्ति अपनी भूमिका निभाए, तो वह किसी भी ऊँचाई तक पहुँच सकता है और यही बाबा साहब का संदेश था। मंत्री ने कहा कि समाज में समरसता तभी आती है जब सभी की सहभागिता सुनिश्चित होती है। उन्होंने कहा कि आज हर वर्ग और समुदाय की शासन एवं संस्थानों में भागीदारी बढ़ रही है, जो सामाजिक परिवर्तन का प्रतीक है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और माननीय मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जी के नेतृत्व में दिल्ली सरकार गरीब एवं वंचित वर्ग को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के बाबा साहब के सपने को पूरा कर रही है। इस वर्ष आम्बेडकर जी की जयंती पहली बार इतने भव्य तरीके से दिल्ली सरकार ने मनाई, आंबेडकर जयंती को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया और अब पहली बार हमारा मंत्रालय 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाने जा रहा है। इसमें स्कूलों और कॉलेजों में बड़े पैमाने पर आयोजन होंगे।
राज्य सरकार ने गरीब कल्याण, महिला सशक्तिकरण,समाज कल्याण एवं एससी/ एसटी कल्याण के लिए बजट करीब 70 फीसदी बढ़ाया गया है। गरीब एवं वंचित वर्ग के छात्रों के लिए बंद पड़े हॉस्टल शुरू करने और नये हॉस्टल बनाने की योजना पर काम हो रहा है। साथ ही गरीब एवं वंचित वर्ग को वित्तीय सहायता देने के लिए डीएसएफडीसी का पुनर्गठन किया जा रहा है।
कार्यक्रम में प्रो. बलराम पाणी, प्रो. गजेंद्र सिंह, प्रो. रंजन कुमार त्रिपाठी, प्रो. वसुबेन त्रिवेदी, प्रो. दिनेश खट्टर, डॉ. विक्रम सिंह चौधरी, डॉ. लीना देवी, डॉ. रूपेश कुमार चौहान, डॉ. पुष्पेंद्र कुमार निम, डॉ. गौरव पंवार, डॉ. पंकज कुमार सहित अनेक शिक्षाविद, गणमान्य व्यक्ति और छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।

