नई दिल्ली। 19 मई को तेज रफ्तार पोर्शे कार ने पीछे से टक्कर मार दी, जिससे दो लोगों की मौत हो गई। आरोपी को किशोर न्याय बोर्ड ने जमानत दे दी है और उसके पिता को आज हिरासत में लिया गया है। पुणे एक्सीडेंट के मामले में नाबालिग आरोपी की जमानत की शर्तों ने सबको हैरान कर दिया है। देश भर में सोशल मीडिया पर जमानत की आलोचना हो रही है। एक्सीडेंट में अपने बच्चों को खोने वाले पीड़ित परिवारों ने न्याय के लिए सहयोग की मांग की है।
पढ़ें पीड़ित परिवार का बयान…
हादसे में मारे गए अश्विनी कोष्टा की मां ममता कोष्टा ने कहा कि आरोपी के माता-पिता ने जिस तरह से अपने बच्चे को पाला है, उसके लिए उन्हें सजा मिलनी चाहिए। कानून को भी इस पर कार्रवाई करनी चाहिए, जिससे ऐसी घटना दोबारा न हो।
पुलिस नहीं कर रही हमारा सहयोग- अनीश के दादा
पुणे कार दुर्घटना मामले पर मृतक अनीश अवधिया के दादा आत्मा राम अवधिया ने कहा कि वह पढ़ाई के लिए पुणे गया था, फिर वहां सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम करने लगा। 19 मई को एक तेज रफ्तार कार ने उसे टक्कर मार दी। मैं सरकार से हमारे नुकसान की भरपाई करने की मांग करता हूं। हम देख रहे हैं कि महाराष्ट्र पुलिस और अस्पताल कर्मचारी हमारा सहयोग नहीं कर रहे हैं।
बेटा करता था आर्थिक मदद- अनीश के पिता
मृतक अनीश अवधिया के पिता ओम प्रकाश अवधिया ने कहा कि हमारा बड़ा बेटा हमारे छोटे बेटे की पढ़ाई का खर्च उठा रहा था। वह पुणे में रहकर नौकरी कर रहा था। उसका लाखों रुपए का पैकेज था। वह हमारा सहयोग कर रहा था। अब हम छोटे बेटी की पढ़ाई कैसे जारी रखेंगे। हमारा न तो पुलिस और न ही सरकार ने समर्थन किया।