नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने रियासी आतंकी हमले पर सरकार को पाकिस्तान से बातचीत की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि घाटी में हिंसा धारा 370 की वजह से नहीं थी। भाजपा के यह दावे अब झूठे साबित हो रहे हैं। घाटी में हिंसा को रोकने के लिए दोनों देशों को बैठकर बातचीत करनी होगी।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमें धोखे में रखकर जम्मू-कश्मीर से राज्य का दर्जा छीन लिया गया था। अब हम उम्मीद करते हैं कि सरकार इसमें सुधार करेगी। हमारी मांग है कि राज्य का दर्जा बहाल किया जाना चाहिए। विधानसभा चुनाव कराए जाने चाहिए।
रियासी में आतंकी हमला दुर्भाग्यपूर्ण
रियासी बस आतंकी हमले पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि आतंकी हमला हुआ है। दुर्भाग्य से जिन इलाकों को हमने आतंकवाद से मुक्त कराया था, इस नेतृत्व में उन इलाकों में उग्रवाद देखा जा सकता है।
दोनों देशों को बात कर रोकनी होगी घटनाएं
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जिन लोगों ने यह दावा किया था कि यहां हालात सामान्य हैं, उनको सामने आकर जवाब देना चाहिए। हमने हमेशा से कहा कि यहां हालात सामान्य नहीं हैं। हमने हमेशा कहा कि अनुच्छेद 370 की वजह से घाटी में बंदूकें नहीं उठायी जाती हैं। बीजेपी वालों के दावे यह थे कि धारा 370 की वजह से यहां हिंसक घटनाएं हो रही हैं। इन घटनाओं पर रोक लगाने के लिए बातचीत का माहौल बनाना होगा। दोनों देशों को इसके लिए भूमिका निभानी होगी।