– बच्चों को गर्मी में होता है स्टमक फ्लू
– हल्के पेट दर्द की बनी रहती है समस्या
– दूषित पानी व भोजन से होती है यह बीमारी
नई दिल्ली। गर्मी के मौसम में बच्चों के खानपान पर ध्यान दिया जाना बेहद जरूरी है। इस दौरान पानी की कमी बच्चों में डिहाइड्रेशन की समस्या बढ़ा देती है। ऐसे में बच्चों को न सिर्फ भरपूर पानी पिलाना चाहिए, बल्कि इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे दूषित पानी न पिएं, इससे बच्चों में स्टमक फ्लू होने का खतरा बढ़ सकता है।
बच्चों को स्टमक फ्लू होने पर उन्हें उल्टी-दस्त के साथ पेट दर्द की शिकायत होने लगती है, यदि इन बातों पर ध्यान न दिया जाए तो बच्चों में यह समस्या और अधिक बढ़ सकती है। सीनियर पीडियाट्रिक्स डॉ. अजीत कुमार से समझते हैं स्टमक फ्लू के क्या लक्षण हैं और इससे बचने के लिए क्या कर सकते हैं।
इन कारणों से बच्चों को हो सकता है स्टमक इन्फेक्शन
वायरल इंफेक्शन
दूषित पानी और भोजन के कारण रोटावायरस और नोरोवायरस बच्चों को घेर लेते हैं। इन दोनों वायरस के कारण बच्चों को स्टमक फ्लू को सकता है। रोटावायरस के कारण जहां बच्चे स्टमक फ्लू के शिकार हो सकते हैं, तो वहीं नोरोवायरस के कारण बड़ों को यह दिक्कत हो सकती है।
दूषित पानी और भोजन
गर्मी के दौरान स्वच्छ और साफ सुथरा पानी ही पीना चाहिए। इस दौरान बाहर का दूषित पानी पीने से स्टमक फ्लू हो सकता है। इसके साथ ही बाहर का दूषित आहार और तला-भुना भोजन भी पेट की समस्या बढ़ा सकता है।
ऐसे करें स्टमक फ्लू से बचाव
खाना खाने से पहले बच्चों के हाथ धुलाएं और उनमें यह आदत विकसित भी करें।
- बच्चों को अधपका भोजन देने से बचना चाहिए
- बच्चों को पानी उबालकर और छानकर पिलाना चाहिए
- बच्चे जब खेलकर घर आए तो उनके हाथ-पैर धुलाएं
- ये हैं स्टमक फ्लू के लक्षण
- दस्त लगना और उल्टी आना
- स्टमक फ्लू होने पर बच्चों को भूख नहीं लगती
- पेट में हल्का दर्द बना रहना
- बच्चों में थकान और हल्का बुखार भी स्टमक फ्लू के लक्षण है