नई दिल्ली। नीट में हुई कथित धांधली को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर दिख रहा है। समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने नीट परीक्षा पर उठ रहे विवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस कथित गड़बड़ी पर पीएम मोदी का चुप रहना ठीक नहीं है। सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में इस मामले की जांच होनी चाहिए।
सिब्बल ने इंटरव्यू देते हुए कहा कि मुद्दा नीट परीक्षा नहीं है। यह मुद्दा भ्रष्टाचार का है। हमने उत्तर प्रदेश में पेपर लीक होते देखा है। अब यह हम पूरे देश में होते देख रहे हैं। यदि किसी परीक्षा में परीक्षण प्रणाली भ्रष्ट हो जाती है, तो प्रधानमंत्री के लिए चुप रहना अच्छा नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस देश की जटिलता ऐसी है कि किसी भी प्रकार की एकरूपता एक निश्चित वर्ग के लोगों का पक्ष लेती है। तमिलनाडु राज्य शुरू से ही नीट परीक्षा का विरोध करता रहा है। यह उनकी चिंताओं में से एक है जिसे उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर व्यक्त किया है। यह परीक्षा सीबीएसई पाठ्यक्रमों पर आधारित है, इसलिए यह उन स्कूलों के छात्रों के पक्ष में है, जहां सीबीएसई परीक्षा होती है। बहुत से स्थानीय बोर्ड हैं, जिनमें सीबीएसई नहीं है।
गुजरात भ्रष्टाचार में भी प्रगतिशील
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने इस मुद्दे पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की हालिया टिप्पणियों पर कहा कि वह सोशल मीडिया वेबसाइटों पर जाएं और देखें कि गुजरात में ही यह कैसे हो रहा है। गुजरात राज्य शायद सबसे प्रगतिशील राज्यों में से एक है। भ्रष्टाचार के मामले में भी यह कुछ हद तक प्रगतिशील नजर आता है।