बेंगलुरु। कर्नाटक में राज्य सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ा दिए है, जिससे भाजपा ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। कांग्रेस सरकार ने राज्य की योजनाओं के लिए धन की कमी को वजह बताते हुए पेट्रोल पर 3 रुपए और डीजल पर 3.02 रुपए बढ़ा दिए हैं। सरकार के इस फैसले पर सफाई देने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सामने आए। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में ईधन की कीमत दूसरे राज्यों से कम ही है।
सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि चुनाव नतीजों से कुछ भी लेना-देना नहीं है, लोकतंत्र में जीत और हार आम बात है। हम हारे नहीं हैं। हमें अपेक्षित नतीजे नहीं मिले हैं। हमें उम्मीद के मुताबिक लोगों ने आशीर्वाद नहीं दिया है। जहां तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों का सवाल है। 2021 में बीजेपी के समय पेट्रोल पर 31% और डीजल पर 24% टैक्स था। जब वह शासन कर रहे थे, तब वह 35% का बिक्री कर लगाते थे। अब जैसे ही केंद्र ने कीमतें घटाईं, तो उन्होंने इसे 25.92% कर दिया था।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि कर्नाटक के लिए राजस्व कम हो गया, जबकि केंद्र सरकार ने कन्नडिगाओं को धोखा देकर अपने खजाने के लिए अधिक धन जमा कर लिया। बीजेपी के सत्ता में आने से पहले पेट्रोल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क 9.48 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 3.56 रुपये था। हालांकि, भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान मई 2020 में पेट्रोल और डीजल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में भारी वृद्धि हुई है।
वैट से मिलने वाले धन से चलाएंगे योजनाएं
नवंबर 2021 और मई 2022 के बीच 13 रुपये प्रति लीटर और 16 रुपये की कटौती की गई। कटौती के बावजूद, पेट्रोल पर वर्तमान केंद्रीय उत्पाद शुल्क 19.9 रुपये और डीजल पर 15.8 रुपये है। हम केंद्र सरकार से इन करों को कम करने का आग्रह करते हैं, जिससे लोगों को लाभ मिल सके। कर्नाटक सरकार वैट से मिलने वाले धन के जरिए सार्वजनिक सेवाओं और विकास परियोजनाओं को चलाना चाहती है।
कई राज्यों से कर्नाटक में कम लगा है टैक्स
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि कर्नाटक सरकार ने पेट्रोल पर वैट बढ़ाकर 29.84% और डीजल पर 18.44% कर दिया है। इस बढ़ोतरी के बाद भी ईंधन पर हमारे राज्य का कर अधिकांश दक्षिण भारतीय राज्यों और समान अर्थव्यवस्था वाले राज्यों की तुलना में कम है। महाराष्ट्र में पेट्रोल पर वैट 25% प्लस 5.12 रुपये अतिरिक्त टैक्स है और डीजल पर यह 21% है।
केंद्र सरकार ने करों में की थी वृद्धि
उन्होंने कहा कि वैट बढ़ोतरी के बावजूद कर्नाटक में डीजल की कीमतें अभी भी कम हैं। हम अपने नागरिकों के लिए ईंधन की कीमतें उचित रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। तत्कालीन डबल इंजन भाजपा सरकार ने कर्नाटक के संसाधनों को अन्य राज्यों में स्थानांतरित कर दिया। राज्य भाजपा सरकार पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करती रही, जबकि केंद्र सरकार ने अपने करों में वृद्धि की।
कर्नाटक की कांग्रेस सरकार लूट रही जनता का धन
राज्य में ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ बीजेपी के विरोध प्रदर्शन पर केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि मैं राज्य के लोगों से आग्रह करता हूं कि आपके कर का पैसा इस (कांग्रेस) सरकार द्वारा लूटा जा रहा है। राज्य के लोग बड़े स्तर पर विरोध करें।