– हाथरस हादसे में ग्वालियर की महिला की भी मौत
– भगदड़ की चपेट में आकर रामश्री ने दी गवां दी जान
– ग्वालियर से करीब 10 महिलाओं के साथ गई थी हाथरस
ग्वालियर| हाथरस में नारायण साकार विश्व हरि (भोलेबाबा) के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में ग्वालियर की रामश्री की भी मौत हो गई। वह सहेलियों के साथ सत्संग में शामिल होने गई थीं। भगदड़ मची तो वह भी उसकी चपेट में आ गईं। करीब पांच घंटे बाद रामश्री की मौत की खबर उनकी सहेलियों को मिली।
बुधवार दोपहर करीब दो बजे रामश्री का शव लेकर उत्तरप्रदेश पुलिस ग्वालियर में उनके थाटीपुर स्थित निवास पर पहुंची। जैसे ही शव घर के बाहर एंबुलेंस से नीचे उतारा गया तो घर में कोहराम मच गया। उनके बच्चे बेसुध हो गए। इसके बाद शव का अंतिम संस्कार हुआ।
ग्वालियर से करीब 10 महिलाओं के साथ गई थी हाथरस
थाटीपुर स्थित जगजीवन नगर में रहने वाली 45 वर्षीय रामश्री विश्व हरि के आश्रम से जुड़ी हुई थीं। वह हर साल देश के अलग-अलग हिस्सों में आयोजित सत्संग में शामिल होने के लिए जाती थीं। उनके साथ आसपास की रहने वाली अन्य महिलाएं भी आश्रम से जुड़ी थीं। हाथरस में सत्संग में शामिल होने के लिए सोमवार-मंगलवार के बीच की रात ग्वालियर से करीब 10 महिलाएं रवाना हुईं। इनमें रामश्री भी थीं।
मंगलवार दोपहर सत्संग स्थल पर हादसे की सूचना आते ही रामश्री के बेटे पंकज ने उनसे संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन फोन नहीं लग सका। इसके बाद सहेलियों से भी बात की तो पता लगा कि वह लापता हो गई हैं। देर शाम उनकी मौत की खबर मिली।
साथी महिलाएं बोली- हाथ पकड़े थे, सेवादारों ने दिया धक्का तो छूटा हाथ
रामश्री के साथ सत्संग में हाथरस गईं महिलाओं का कहना है कि वह मंजर जीवनभर नहीं भूल सकते। एकदम ऐसा लगा अब बचेंगे ही नहीं। सबकुछ सामान्य चल रहा था। अचानक विश्व हरि के चरणों की धूल लेने के लिए भीड़ उमड़ी, तभी सेवादारों ने धक्का दे दिया, फिर भगदड़ मच गई। लोग अपनी जान बचाकर भाग रहे थे, नीचे गिरकर कई लोग दब गए। कुछ समझ ही नहीं आ रहा था। रामश्री इसी दौरान ऐसी बिछड़ी की फिर मिली ही नहीं।
पति की मौत के बाद संभाला था परिवार
रामश्री के पति दयाल सिंह का कई साल पहले निधन हो गया था। बच्चे छोटे थे, तो मेहनत-मजदूरी और खेती-किसानी करके रामश्री ने ही अपने परिवार का भरण-पोषण किया। उनके बेटे पंकज ने बताया कि पिता की मौत के बाद मां ने ही पूरा परिवार संभाला। अब मां का साया भी सिर से उठ गया।