– मंगलवार को मची थी यूपी के हाथरस में भगदड़
– भोले बाबा के सत्संग में जुटे थे लाखों अनुयायी
– 2 और घायलों ने तोड़ा दम, मृतक संख्या बढ़ी
हाथरस । उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ की जांच जारी है। गुरुवार को यूपी पुलिस एक्शन में नजर आई। कई जिलों में छापेमारी जारी है। 24 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है।
इस बीच, हाथरस हादसे पर समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने अजीब बयान दिया है। रामगोपाल यादव का कहना है कि हाथरस में जो कुछ हुआ, वो एक हादसा है, न की साजिश। हादसे तो होते रहते हैं। सरकार इसकी जांच कर रही है। सरकर को इस बारे में गाइडलाइन बनाना चाहिए।
अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं, FIR पर उठे सवाल
इस बीच, नारायण साकार विश्व हरि (भोले बाबा) की पहली प्रतिक्रिया भी सामने आई है। इन्हीं के सत्संग के दौरान भगदड़ मची थी और 123 लोगों की जान चली गई थी।
भोले बाबा के वकील ने कहा कि हादसा बाबा के मौके से जाने के बाद हुआ। साथ ही आशंका जताई कि यह असामाजिक तत्वों की हरकत हो सकती है। बता दें, इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही न्यायिक जांच के आदेश दे चुके हैं।
पुलिस ने बुधवार को ही एफआईआर दर्ज कर ली थी, लेकिन इसमें भोले बाबा का नाम नहीं था। इस पर सवाल भी उठे हैं। जिन सेवादारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है, वो भी फरार हैं। अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। गुरुवार को पुलिस ने ‘भोले बाबा’ की तलाश में मैनपुरी जिले के राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में तलाशी अभियान चलाया। हालांकि, यहां बाबा नहीं मिला।
मुझे मंच के सामने तैनात किया गया था। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद वहां भारी भीड़ थी। लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरने लगे। मैंने कई महिलाओं की मदद की, लेकिन बाद में मैं भी गिर गई और मुझे चोटें आईं। – शीला मौर्य (हाथरस हादसे के वक्त आश्रम में ड्यूटी पर तैनात यूपी पुलिस की कांस्टेबल)
हाथरस भगदड़: जानिए क्या हुआ था सत्संग के बाद
- हाथरस जिले के फुलराई गांव में भोले बाबा का सत्संग चल रहा था
- 80 हजार की भीड़ जुटाने की थी अनुमति, जुट गए ढाई लाख लोग
- सत्संग के बाद भोले बाबा को छूने की होड़ में मची भगदड़
- सेवादारों ने भी लोगों को धक्का दिया, नहीं मिली बचने की जगह
- पहले 116 लोगों की मौत हुई, बुधवार सुबह आंकड़ा 121 पहुंचा
- सीएम योगी मौके पर पहुंचे, न्यायिक जांच के आदेश दिए
- पुलिस जांच जारी, अब तक नहीं हुई किसी की गिरफ्तारी
पोस्टमार्टम: किसी का लिवर फटा, तो किसी का फेफड़ा
हादसे के बाद घायलों और मृतकों को हाथरस सरकारी अस्पताल ले जाया गया। मृतकों का पोस्टमार्टम हुआ। डॉक्टरों के मुताबिक, ये शव बहुत बुरी स्थिति में थे। कुचले जाने के कारण किसी का लिवर फट गया था, तो किसी का फेफड़ा बाहर आ गया था। किसी की पसलियां टूट गई थीं, तो किसी की गर्दन कुचल गई। इतनी गंभीर चोटें व शरीर के अंगों का फटना ही अधिकतर लोगों की मृत्यु का कारण बना।