Manipur Violence Latest Update: पिछले कुछ दिनों में मणिपुर की स्थिति बहुत खराब हो गई है। कई इलाकों में भारी हिंसा देखने को मिली हैं। हालांकि, माहौल की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने अतिरिक्त सुरक्षाबलों को मणिपुर भेज दिया है। इस बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह की अगुवाई में विधायकों की बैठक हुई। जिसमें प्रदेश में शांति बहाली के लिए कई मुद्दों पर चर्चा की गई। इस बैठक में विधायकों ने राज्य में शांति बहाली के लिए प्रस्ताव पारित किए और साथ ही केंद्र सरकार से कठोर कार्रवाई करने की मांग की गई।
गौरतलब है कि बीते दिनों कुकी उग्रवादियों ने पुलिस स्टेशन पर धावा बोल दिया था, जिसमें एक CRPF का जवान घायल हो गया था। हालांकि, जवाबी कार्रवाई में 11 कुकी उग्रवादियों की मौत हो गई थी। वहीं, इसके कुछ दिनों बाद ही मैतई समुदाय के करीब 6 लोगों की हत्या तक दी गई थी। जिसके बाद जिरीबाग सहित कई अन्य इलाकों में हिंसा फैल गई। इसके साथ ही बीते दिनों उग्रवादियों ने तीन मंत्री और 6 विधायकों के घर को भी आग के हवाले कर दिया था।
AFSPA हटाने की मांग
मंगलवार को हुई बैठक में विधायकों ने केंद्र सरकार के द्वारा कुछ क्षेत्रों में लगाए गए AFSPA को हटाने की मांग की है। साथ ही जिरीबाम और बिष्णुपुर जिला में हुई हिंसक घटनाओं में शामिल कुकी उग्रवादियों के खिलाफ सात दिनों के अंदर कार्रवाई करने की भी मांग विधायकों ने की है। इसके अलावा सभी ने एकमत से जिरीबाम और विष्णुपुर में हुई घटनाओं की जांच NIA करवाने की मांग की है। गौरतलब है कि ये मांग करने वाले अधिकत्तर भाजपा के विधायक हैं।
बता दें, इस बैठक में शामिल NDA के विधायकों ने यह स्पष्ट कहा है कि अगर तय समयसीमा के अंदर केंद्र सरकार को कार्रवाई नहीं करती है तो वो जनता का परामर्श लेकर आगे की रणनीति तैयार करेंगे। इस बैठक के माना जा रहा है कि प्रदेश में जल्द ही शांति आ सकती है। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह भी लगातार मणिपुर पर नजर बनाए हुए हैं। सोमवार को उन्होंने 50 अतिरिक्त सुरक्षाबलों की टुकड़ी को मणिपुर में तैनात का आदेश दिया है।