Border Gavaskar Trophy 1st Test Match: पर्थ टेस्ट में भारत की पहली पारी 150 रनों पर सिमट गई है। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने कोई भी भारतीय खिलाड़ी नहीं टिक पाया। सबसे अधिक रन नीतीश रेड्डी ने बनाए। उन्होंने 59 गेंदों में 41 रनों की पारी खेली। इसके अलावा ऋषभ पंत ने 37 और के एल राहुल ने 26 रनों की पारी खेली। हालांकि, इनके अलावा कोई भी भारतीय खिलाड़ी दहाई का आकंड़ा भी पार नहीं कर पाया। यशस्वी जायसवाल और देवदत्त पडिक्कल बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए।
गौरतलब है कि भारत के लिए यह सीरीज काफी अहम हैं, लेकिन पहले ही टेस्ट मैच में टीम इंडिया के प्रदर्शन ने सभी भारतीय फैंस को निराशा हाथ लगी है। रोहित शर्मा और शुभमन गिल की कमी टीम को खली है। टीम अधिकत्तर युवा खिलाड़ी, अनुभवी गेंदबाजों के आगे थोड़ी देर भी टिक नहीं पाए। इसके साथ ही रविंद्र जडेजा और आर अश्विन को प्लेइंग 11 का हिस्सा ना बनाने पर BCCI पर सवाल उठाए जा रहे हैं। हालांकि, अब सभी फैंस की नजर भारतीय गेंदबाजों पर टिकी हैं।
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने बरसाया कहर
पर्थ टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों पर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ने जमकर कहर बरपाया है। मैच के शुरुवात से ही ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने टीम इंडिया पर बनाकर दवाब कर रखा। जो पहली पारी के अंत तक देखने को मिली। जोश हेजलवुड ने सबसे अधिक 4 विकेट झटके। मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस और मिचेल मार्श के हिस्से 2-2 विकेट आई। ऑस्ट्रेलिया की ओर से कुल 5 गेंदबाजों ने गेंदबाजी की। नाथन लयोन को छोड़कर सभी गेंदबाजों को विकेट मिली।
रोहित शर्मा और शुभमन गिल की कमी खली
टीम इंडिया के बल्लेबाज पिच पर काफी संघर्ष करते दिखें। रोहित शर्मा और शुभमन गिल की कमी खलते दिखी। ओपन करने उतरे यशस्वी जायसवाल का विकेट तीसरे ऑवर के पहले गेंद पर ही गिर गया। इसका जवाब आगे के बल्लेबाजों में देखने को मिला। देवदत्त ने 23 गेंदे खेली लेकिन वो बिना खाता खोले ही वापस पवेलियन लौट गए। वही हाल विराट कोहली का भी रहा। वो भी मात्र 12 गेंद ही खेल पाए। भारत का मीडिल ऑडर भी कोई कमाल नहीं दिखा पाया। जडेजा और अश्विन को प्लेइंग इलेवन में इन दोनों खिलाड़ियों को शामिल ना करना बड़ी गलती साबित हुई।