Manmohan Singh Memorial: भारत सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक बनाने के लिए उनके परिवार को कुछ विकल्प दिए हैं। इन विकल्पों में राष्ट्रीय स्मृति स्थल समेत कुछ अन्य स्थानों का नाम दिया गया है। जहां उनका स्मारक बनाए जा सकते हैं।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, परिवार की ओर से स्मारक की जगह चुनने के बाद, ट्रस्ट बनाने की प्रक्रिया को पूरा किया जा सकता है। यह ट्रस्ट स्मारक निर्माण की योजना और उसके बाद की सभी गतिविधियों की देखरेख करने का काम करेगा। हालांकि, परिवार की तरफ से अभी तक किसी खास जगह को लेकर फैसला नहीं लिया गया है। स्मारक की जमीन के लिए ट्रस्ट आवेदन करेगा। जमीन आवंटन के बाद सीपीडब्ल्यूडी के साथ एमओयू पर दस्तखत करने होंगे। इसके बाद ही स्मारक का निर्माण काम शुरू होगा।
26 दिसंबर को हुआ था निधन
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 26 दिसंबर 2024 को दुनिया को अलविदा कहा था । इसके बाद उनके स्मारक को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार ने मांग की थी। सूत्रों के मुताबिक, मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए राजघाट, राष्ट्रीय स्मृति स्थल या किसान घाट के पास एक से डेढ़ एकड़ जमीन आवंटित की जा सकती है। बता दें कि उनके निधन के बाद कांग्रेस आलाकमान ने केंद्र सरकार से स्मारक स्थल के निर्माण के लिए जगह की मांग की थी। यहां तक की कांग्रेस ने निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार किए जाने पर भी आपत्ति जताई थी।
गृह मंत्रालय ने दिया था आश्वासन
मनमोहन सिंह के निधन के बाद कांग्रेस द्वारा लगातार उनकी स्मारत स्थल की मांग की जा रही थी। साथ ही निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार नहीं कराने की मांग की थी। हालांकि, अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर ही हुआ। वहीं, गृह मंत्रालय ने 27 दिसंबर को स्मारक की मांग को मंजूरी दे दी थी। गृह मंत्रालय ने कहा था कि पूर्व पीएम के स्मारक के निर्माण के लिए जगह आवंटित की जाएगी।